कुल पृष्ठ दर्शन : 256

You are currently viewing प्यार की गहराई

प्यार की गहराई

मीरा जैन
उज्जैन(मध्यप्रदेश)

************************************************

आज भी प्यार का सकारात्मक उत्तर ना पा रजत ने गुस्से में मन ही मन यह कहते हुए फ्रेंड लिस्ट से कनिका का नाम ब्लॉक कर दिया कि-
‘वो अपने-आपको समझती क्या है! पूरा साल बीत गया, खुशामद की सारी हदें मैंने पार कर दी, फिर भी इतना घमंड। नहीं चाहिए मुझे ऐसी दोस्त।’
कोई दो-तीन दिन पश्चात कनिका का एसएमएस रजत को प्राप्त हुआ-
‘मित्र! आपने जो साहस दिखाया, वह वास्तव में काबिले तारीफ है, जो कार्य मैं पिछले ६ माह से लाख कोशिशों के बावजूद नहीं कर पाई, वह तुमने एक झटके में कर दिखाया इस जीत के लिए मैं आपको बधाई देती हूँ। सबकी अपनी कोई सीमाएं होती है मित्र।’

एसएमएस पढ़ते ही रजत की आँखें नम हो गई। उसे महसूस हुआ कि एसएमएस के उन दो वाक्यों में सारे जहां का प्यार छुपा हुआ है।

परिचय-श्रीमति मीरा जैन का जन्म २ नवम्बर को जगदलपुर (बस्तर)छत्तीसगढ़ में हुआ है। शिक्षा-स्नातक है। आपकी १००० से अधिक रचनाएँ अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से व्यंग्य,लघुकथा व अन्य रचनाओं का प्रसारण भी हुआ है। प्रकाशित किताबों में-‘मीरा जैन की सौ लघुकथाएं (२००३)’ सहित ‘१०१ लघुकथाएं’ आदि हैं। इनकी विशेष उपलब्धि-वर्ष २०११ में ‘मीरा जैन की सौ लघुकथाएं’ हैं। आपकी पुस्तक पर विक्रम विश्वविद्यालय (उज्जैन) द्वारा शोध कार्य करवाया जा चुका है,तो अनेक भाषा में रचनाओं का अनुवाद एवं प्रकाशन हो भी चुका है। पुरस्कार में अंतर्राष्ट्रीय,राष्ट्रीय तथा राज्य स्तरीय कई पुरस्कार मिले हैं। प्राइड स्टोरी अवार्ड २०१४,वरिष्ठ लघुकथाकार साहित्य सम्मान २०१३ तथा हिंदी सेवा सम्मान २०१५ से भी सम्मानित किया गया है। २०१९ में भारत सरकार के विद्वानों की सूची में आपका नाम दर्ज है। श्रीमती जैन कई संस्थाओं से भी जुड़ी हुई हैं। बालिका-महिला सुरक्षा,उनका विकास,कन्या भ्रूण हत्या एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि कई सामाजिक अभियानों में भी सतत संलग्न हैं।

Leave a Reply