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भारत की उड़ान ‘चंद्रयान’

आशा आजाद`कृति
कोरबा (छत्तीसगढ़)
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भारत पर पंचम लहराया। चंद्रयान शुभ लक्ष्य दिखाया॥
चाँद गगन पर शोभित सुंदर। देश हमारा सबसे बढ़कर॥

वैज्ञानिक ने लक्ष्य बनाया। नव पथ पर नित केन्द्र लगाया॥
सूक्ष्म गहन अरु चिंतन धारे। चंद्रयान को स्थान उतारे॥

बाल काल से सुनते आये। चंदा मामा दूर सुहाये॥
वर्तमान में विजय सुभाया। चाँद तिरंगा है लहराया॥

चाँद दूर है सुंदर चमके। पास पहुँच कर हर मन चमके॥
हृदय प्रफुल्लित मन मुस्काता। विजय पताका जन फहराता॥

‘इसरो’ अनुसंधान कहाता। लैंडर रोवर चंद्र बनाता॥
तिथि तेइस अगस्त अति भाता। सन दो हजार तेइस ध्याता॥

ध्रुव दक्षिणी तल पर उतरा। टला पूर्व का था जो खतरा॥
चौथे क्रम का देश कहाया। अंतरिक्ष पर जाकर आया॥

विक्रम लैंडर चाँद उतरना। साफ्ट सुरक्षित लैंडिंग करना॥
इसी ध्येय से यान बनाया। विश्व सफलता भारत पाया॥

‘सोमनाथ’ अध्यक्ष कहाये। मोहन कुमार पथ दिखलाये॥
जी नारायणन काज सँवारे। बिजु.सी. थामस यान उतारे॥

पी.के. सुदीश पहिया सर्जन। यान डिजाइन उत्तम वर्जन॥
पी. वीरामुथुवेल कहाते। स्पेस क्राफ्ट की नीति बनाते॥

श्रीहरिकोटा को हम जानें। है राकेट अनूठा मानें॥
शुभे आंध्र प्रदेश से छोड़ा। उड़ा यान सब बाधा तोड़ा॥

यान सफल शुभ एक बनाया। भारत गौरव नाम बढ़ाया।
सूक्ष्म ज्ञान की अनुपम धारा। लगे पड़ोसी चाँद हमारा॥

वैज्ञानिक विद्वान हमारे। कर्म लगन से काज सँवारे॥
शत्-शत् नमन करें हम वंदन। सबके माथे पर शुभ चंदन॥

परिचय–आशा आजाद का जन्म बाल्को (कोरबा,छत्तीसगढ़)में २० अगस्त १९७८ को हुआ है। कोरबा के मानिकपुर में ही निवासरत श्रीमती आजाद को हिंदी,अंग्रेजी व छत्तीसगढ़ी भाषा का ज्ञान है। एम.टेक.(व्यवहारिक भूविज्ञान)तक शिक्षित श्रीमती आजाद का कार्यक्षेत्र-शा.इ. महाविद्यालय (कोरबा) है। सामाजिक गतिविधि के अन्तर्गत आपकी सक्रियता लेखन में है। इनकी लेखन विधा-छंदबद्ध कविताएँ (हिंदी, छत्तीसगढ़ी भाषा)सहित गीत,आलेख,मुक्तक है। आपकी पुस्तक प्रकाशाधीन है,जबकि बहुत-सी रचनाएँ वेब, ब्लॉग और पत्र-पत्रिका में प्रकाशित हुई हैं। आपको छंदबद्ध कविता, आलेख,शोध-पत्र हेतु कई सम्मान-पुरस्कार मिले हैं। ब्लॉग पर लेखन में सक्रिय आशा आजाद की विशेष उपलब्धि-दूरदर्शन, आकाशवाणी,शोध-पत्र हेतु सम्मान पाना है। आपकी लेखनी का उद्देश्य-जनहित में संदेशप्रद कविताओं का सृजन है,जिससे प्रेरित होकर हृदय भाव परिवर्तन हो और मानुष नेकी की राह पर चलें। पसंदीदा हिन्दी लेखक-रामसिंह दिनकर,कोदूराम दलित जी, तुलसीदास,कबीर दास को मानने वाली आशा आजाद के लिए प्रेरणापुंज-अरुण कुमार निगम (जनकवि कोदूराम दलित जी के सुपुत्र)हैं। श्रीमती आजाद की विशेषज्ञता-छंद और सरल-सहज स्वभाव है। आपका जीवन लक्ष्य-साहित्य सृजन से यदि एक व्यक्ति भी पढ़कर लाभान्वित होता है तो, सृजन सार्थक होगा। देवी-देवताओं और वीरों के लिए बड़े-बड़े विद्वानों ने बहुत कुछ लिख छोड़ा है,जो अनगिनत है। यदि हम वर्तमान (कलयुग)की पीड़ा,जनहित का उद्धार,संदेश का सृजन करें तो निश्चित ही देश एक नवीन युग की ओर जाएगा। देश और हिंदी भाषा के प्रति विचार-“हिंदी भाषा से श्रेष्ठ कोई भाषा नहीं है,यह बहुत ही सरलता से मनुष्य के हृदय में अपना स्थान बना लेती है। हिंदी भाषा की मृदुवाणी हृदय में अमृत घोल देती है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति की ओर प्रेम, स्नेह,अपनत्व का भाव स्वतः बना लेती है।”