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मर्यादा पुरुषोत्तम राम

डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
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श्री राम को आत्मसात कर,
मन को आनंदित कर सकते हैं
रामनवमी के पावन पर्व पर,
उत्साहित मन से
जिंदगी में तब हम,
मजबूती से आगे बढ़ते हैं।

यह मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के,
जन्मदिन का स्नेहिल भाव से सना
सम्पूर्ण संस्कार है,
हर सनातनी के लिए
दुनिया का सबसे बेशकीमती उपहार है।

निकलने वाली भव्य शोभायात्रा,
हर सनातनी के मन-मस्तिष्क में
उत्साह और उमंग भर देती है,
खुशियों की बरसात कर,
जन-जन तक खुशियाँ परोसती है।

मर्यादा और प्रतिष्ठा को,
सुसंस्कृत और सुदृढ़ करने का
रामनवमी उत्सव है उत्कृष्ट संस्कार,
दिल में कोई आघात न पहुंचे
देती है ताकत बन एक ताकतवर उपहार।

जनमानस को देती है शक्ति,
इसमें दिखता ओज और रफ्तार है
जनमानस को यह खूब भाता,
सब कहते हैं सुन्दर उपहार है
मर्यादा और प्रतिष्ठा को,
उन्नत करने का सबसे श्रेष्ठ श्रंगार है
पुण्य नक्षत्र में रामनवमी का यह अवसर,
कहलाता एक पावन त्योहार है।

रामनवमी सुन्दर पर्व है अपना,
उत्तम गुणों से भरपूर है
सात्विक विचार और व्यवहार की शिक्षा,
इससे नहीं रहती दूर है।

श्रीराम का यह जन्मोत्सव,
मनुष्य के मन मस्तिष्क में
श्रद्धा और आस्था की सुन्दर भावना को,
हर क्षण जन्म देती है
तन-मन और आत्मा की शांति,
सदैव यहां बनी रहती है।

श्रीराम नवमी की यह बेला,
आदर्श युग पुरुष की,
सदैव याद दिलाती है।
सुखद अहसास और सुकून की
निर्मल धारा,
घर-आँगन में पहुंचाती है॥

परिचय–पटना (बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता, लेख, लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम., एम.ए.(अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, हिंदी, इतिहास, लोक प्रशासन व ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी, एलएलएम, एमबीए, सीएआईआईबी व पीएच.-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन) पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित कई लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिसमें-क्षितिज, गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा) आदि हैं। अमलतास, शेफालिका, गुलमोहर, चंद्रमलिका, नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति, चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा, लेखन क्षेत्र में प्रथम, पांचवां व आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के कई अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।

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