मानकदास मानिकपुरी ‘ मानक छत्तीसगढ़िया’
महासमुंद(छत्तीसगढ़)
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दुष्कर्मी को फाँसी दो,वरना मैं तलवार उठाऊंगा,
मासूम के हत्यारों को चौराहे पर मार गिराऊंगा।
उम्रकैद की सजा सुनाकर,गुनाहगार को पाल रहे हो,
ऐसे न्याय के देव के सम्मुख,मैं मस्तक नहीं झुकाऊंगा।
नारी के हरण पर मौत हो वह युग पुनः मैं लाऊंगा,
मैं भारत में देवी शक्ति की प्रतिपल अलख जगाऊंगा।
रक्षक,भक्षक के साथ हो गये,किस पर करुं भरोसा,
टूट गया भरोसा उनसे, इंसानी दरिंदों को मिटाऊंगा।
दुष्कर्मी को फाँसी दो,वरना मैं तलवार उठाऊंगा,
मासूम के हत्यारों को चौराहे पर मार गिराऊंगा॥