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म.प्र.लेखक संघ ने कराई आनलाईन ग़ज़ल गोष्ठी

टीकमगढ़(मप्र)।

साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ एवं ‘जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़’ के संयुक्त तत्वावधान में जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ समूह पर २७८वीं ग़ज़ल गोष्ठी अनलाइन आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ शायर हाजी ज़फ़रउल्ला खां ‘ज़फ़र’ (टीकमगढ़) ने की।
मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार एस.आर. सरल (टीकमगढ़),जबकि विशिष्ट अतिथि अशोक पटसारिया ‘नादान’ (लिधौरा) रहे। गोष्ठी का संचालन अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने किया। गोष्ठी का आगाज़ आकांक्षा नामदेव ने सरस्वती वंदना कर किया- हे शारदे माँ, हे शारदे, अज्ञानता से हमें तार दे माँ। तू स्वर की देवी है, संगीत तुझसे, हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे॥
दिल्ली से संजय श्रीवास्तव नेे गीत सुनाया- जिन्दगी की जीने की हसरत में पल पल रोज मरता हूँ। जिसे दिल में बसाया है उसी पे रोज ही मरता हूँ॥
टीकमगढ़ से म.प्र.लेखक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’,जयहिंद सिंह,श्री पटसारिया एवं प्रदीप खरे मंजुल’ आदि ने भी बेहतरीन रचनाएँ प्रस्तुत की।

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