कुल पृष्ठ दर्शन : 214

सतगुरु नमन

दीपक शर्मा

जौनपुर(उत्तर प्रदेश)

*************************************************

शिक्षक दिवस विशेष………..
जिसने मेरे तन-मन में,
ज्ञान का दीप जलाया है।
वशिष्ठ-सा बन के गुरु,
मुझे राम-सा शिष्य बनाया है।
उनकी कृपा से पाया मैंने,
विद्या का अनमोल रतन-
उस सतगुरू को करता हूँ नमन।
बार-बार नमन,शत बार नमन,
उस सतगुरु को को करता हूँ हजार नमन॥

जिसने निज अमृत वाणी से,
मुझे नेह नीर में नहलाया है।
शील,संयम,सादगी का,
सच्चा बोध कराया है।
खिला दिया जो जिंदगी में मेरे,
एक हँसता हुआ चमन-
उस सतगुरु को करता हूँ नमन।
बार-बार नमन,शत बार नमन,
उस सतगुरु को को करता हूँ हजार नमन॥

परिचय-दीपक शर्मा का स्थाई निवास जौनपुर के ग्राम-रामपुर(पो.-जयगोपालगंज केराकत) उत्तर प्रदेश में है। आप काशी हिंदू विश्वविद्यालय से वर्ष २०१८ में परास्नातक पूर्ण करने के बाद पद्मश्री पं.बलवंत राय भट्ट भावरंग स्वर्ण पदक से नवाजे गए हैं। फिलहल विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।आपकी जन्मतिथि २७ अप्रैल १९९१ है। बी.ए.(ऑनर्स-हिंदी साहित्य) और बी.टी.सी.( प्रतापगढ़-उ.प्र.) सहित एम.ए. तक शिक्षित (हिंदी)हैं। आपकी लेखन विधा कविता,लघुकथा,आलेख तथा समीक्षा भी है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कविताएँ व लघुकथा प्रकाशित हैं। विश्वविद्यालय की हिंदी पत्रिका से बतौर सम्पादक भी जुड़े हैं। दीपक शर्मा की लेखनी का उद्देश्य-देश और समाज को नई दिशा देना तथा हिंदी क़ो प्रचारित करते हुए युवा रचनाकारों को साहित्य से जोड़ना है।विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा आपको लेखन के लिए सम्मानित किया जा चुका है।

Leave a Reply