कुल पृष्ठ दर्शन : 327

You are currently viewing हमारा देश भारत

हमारा देश भारत

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ 
उदयपुर(राजस्थान)

***************************************

रचनाशिल्प:२१२२ २१२२ २१२….

सोच रख कर हम बड़ी कुछ तो करें।
ठान ली है हम किसी से ना डरें॥
जुल्म कैसा भी नहीं सहना हमें।
यह प्रगति का चक्र भी अब ना थमें॥

देश हित ही अब हमें है सोचना।
दूसरों को अब नहीं है कोसना॥
आज हम कमजोर का भी साथ दें।
हाथ में उनके सदा हम हाथ दें॥

इन गरीबों का भला भी सोचना।
एक हैं हम हो यही अब घोषणा॥
देश की संतान हैं हम तो सभी।
हार की सोचें नहीं मन में कभी॥

कांपते हैं शत्रु अब हुंकार से।
अब नहीं वह समझते हैं प्यार से॥
शीश दुश्मन का उठे फिर से कहीं।
काट कर तुम फेंक देना बस वहीं॥

देश यह भारत हमारा मान है ।
आन है यह शान है यह प्राण है॥
स्वार्थ लालच लोभ का प्रतिकार हो।
श्रेष्ठ अपना देश इससे प्यार हो॥

परिचय–संजय गुप्ता साहित्यिक दुनिया में उपनाम ‘देवेश’ से जाने जाते हैं। जन्म तारीख ३० जनवरी १९६३ और जन्म स्थान-उदयपुर(राजस्थान)है। वर्तमान में उदयपुर में ही स्थाई निवास है। अभियांत्रिकी में स्नातक श्री गुप्ता का कार्यक्षेत्र ताँबा संस्थान रहा (सेवानिवृत्त)है। सामाजिक गतिविधि के अंतर्गत आप समाज के कार्यों में हिस्सा लेने के साथ ही गैर शासकीय संगठन से भी जुड़े हैं। लेखन विधा-कविता,मुक्तक एवं कहानी है। देवेश की रचनाओं का प्रकाशन संस्थान की पत्रिका में हुआ है। आपकी लेखनी का उद्देश्य-जिंदगी के ५५ सालों के अनुभवों को लेखन के माध्यम से हिंदी भाषा में बौद्धिक लोगों हेतु प्रस्तुत करना है। आपके लिए प्रेरणा पुंज-तुलसीदास,कालिदास,प्रेमचंद और गुलजार हैं। समसामयिक विषयों पर कविता से विश्लेषण में आपकी विशेषज्ञता है। ऐसे ही भाषा ज्ञानहिंदी तथा आंगल का है। इनकी रुचि-पठन एवं लेखन में है।

 

Leave a Reply