-अभिनव पहल
-प्रदेश के अनेक रचनाकारों को अकादमी ने दिया कृति लोकार्पण का सुनहरा अवसर भी
भोपाल (मप्र)।
अनेक साहित्यकार बंधु- भगिनीगण यह आग्रह करते रहते हैं कि पुस्तक हाथ में आ चुकी है, किंतु किसी ना किसी कारणवश वे उसका लोकार्पण या विमोचन नहीं करवा पाए। ऐसे सभी बंधु-भगिनी गण से इस सूचना के माध्यम से आग्रह है कि १६ अगस्त को भोपाल के राज्य संग्रहालय में ‘हिंदी साहित्य में नदी’ विमर्श पर केंद्रित आयोजन में ऐसे रचनाकारों की कृतियों का लोकार्पण किया जा सकेगा।
साहित्य अकादमी म.प्र. के निदेशक डॉ. विकास दवे ने यह अभिनव पहल की है। इस आयोजन में साहित्य क्षेत्र के कुछ वरिष्ठ अतिथि उपस्थित रहेंगे। इसी कार्यक्रम के उत्तरार्द्ध में जो रचनाकार अपनी पुस्तकों का केवल लोकार्पण चाहते हैं (चर्चा नहीं), वे अपनी कृति के लोकार्पण के लिए इस कार्यक्रम में आ सकते हैं। डॉ. दवे के अनुसार कुछ बातें ध्यान रखें-कार्यक्रम में प्रारंभ से आपकी उपस्थिति रहे, ताकि प्रथम सत्र के भी आप सहभागी बनें। द्वितीय सत्र में तुरंत आपकी कृति का लोकार्पण किया जा सकेगा। नाम का उल्लेख होते ही आकर अतिथियों को कृतियां दें और लोकार्पण करा लें। यदि संभव हो तो पूर्व से राकेश सिंह (९४२४४६९०१५) को सूचना देकर रखें तो सुविधा रहेगी।