बोधन राम निषाद ‘राज’
कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
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सारे भारत वर्ष में,धूम मची है आज।
चलो करें मतदान अब,करते हैं शुभ काजll
घर-घर माँगे वोट को,करके वादा आज।
समय बीत फिर जीत के,करते हैं वो राजll
लोभ मोह के जाल में,कभी न फँसना यार।
नेता गिरगिट जान लो,बदले रंग हजारll
दल-बदलू को आज तुम,करो नहीं स्वीकार।
जो जनता को दे दगा,छोड़ो इनको यारll
देशभक्ति की राह पर,चलते हैं जो साथ।
ऐसे मानव को चुनो,रख हाथों में हाथll