डॉ.हेमलता तिवारी
भोपाल(मध्य प्रदेश)
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तन्हाईयों से प्यार हो गया,
तन्हाईयों से प्यार हो गया
कुछ यूँ हुई जिन्दगी,
जीना दुश्वार हो गयाl
हर शाम उनकी याद साथ रहती,
हर सुबह उनकी बात याद रहती
कभी चाय में मिलती उनकी सूरत,
कभी लिबास से लिपटते उनके अहसासl
यूँ भी होता है अब तो रोज ही,
कदम अपने-आप जाते उनके घर तलक
खुद को लपेट लेते खुद सेl
उनकी बातें-उनकी यादें,
आईने में उनकी साँसें
सपनों की हक़ीक़त और हक़ीक़त में सपने,
यूँ ही किसी से प्यार हो गयाl
जीना दुश्वार हो गया,
सच में ही प्यार हो गयाll
परिचय-डॉ.हेमलता तिवारी का जन्म १४ नवम्बर १९६५ को सागर में हुआ हैL वर्तमान में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में निवास है,जबकि स्थायी पता भोपाल(मध्य प्रदेश) हैL बी.एस-सी,(जीवविज्ञान)बी.ए.(संगीत), एम.ए (संगीत, इतिहास, दर्शन,लोक प्रशासन,एजूकेशनल सायकोलॉजी, क्लीनिकल साय.,आर्गेनाइजेशनल साय.)एल.एल.बी.,पी.जी.डी.(लेबर लॉ एंड इण्डस्ट्रियल रिलेशन)सहित पी.एच-डी.(इन क्लीनिकल साय.), एम.बी.ए.(वित्त और मानव संसाधन) की शिक्षा प्राप्त डॉ.तिवारी का कार्य क्षेत्र-नौकरी हैL सामाजिक गतिविधि के तहत आप व्यक्तित्व विकास प्रशिक्षक,परामर्शी सहित ज्योतिष लेखन में सक्रिय हैंL इनकी लेखन विधा-कविता,कहानी एवं आलेख हैL हिन्दी सहित अंग्रेजी का भाषा ज्ञान रखती हैं।