बेटी से ज़्यादा बहू

कुन्ना चौधरी 'कुन्ना'जयपुर(राजस्थान)****************************************************** माना बेटियाँ होती रब की सौग़ात,उससे कर लेते हम मन की बातपर बहू नहीं होती किसी बेटी से कम-बेटी से ज़्यादा बहू के संग कटते दिन-रात…। नन्हीं-सी…

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जाड़े की भोर

वर्षा तिवारीमुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** वर्षा की बूँदों से अभिषेक हुआ,इंद्रधनुष ने आसमान को छुआपंछियों की चहचहाहट ने किया शोर-एहसास हुआ,आ रही है जाड़े की भोर। बूँदों के बाणों का खत्म हुआ पथ,धरती…

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कोरोना के रंग-ढंग

डॉ.सोना सिंह इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************************** 'कोरोना' की मार से मच गया हाहा-कार,हर गली बाजार है,हर मकान दुकानदार।खरीददार कौन है पता नहीं,हर और है सामान का अम्बार।जीने का पता नहीं,मरने की गिनती लग रही…

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मेरे पिता

अनशिका गणनायककटक(ओडिशा)************************************* घर में होते हैं वो इंसान,कहते हैं पापा उन्हेंबरगद की गहरी छाँव है,मेरे पिता। जिंदगी के शरीर पे,घने साए जैसेमेरे पिता,सबकी खुशियों का ध्यान रखतेपरिवार के लिए समर्पित…

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नई मंजिलें

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* नयी मंजिलें हैं नये काफिले हैं।सभी दूर राहों में उलझे मिले हैं॥ यही है वो बस्ती जहां से चले थे,वहीं एक घर में सभी हम पले…

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ह़सीं ‘गुलाब’ है तू

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश)**************************** इक शगुफ़्ता ह़सीं 'गुलाब' है तू।मेरी 'आँखों का इन्तेख़ाब है तू। जिसका हर ह़र्फ़ ह़र्फ़े उल्फ़त है,जानेमन 'वो खुली किताब है तू। फूल,कलियों में,चाँद,तारों में,यह 'ही…

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माता,भर दो नव विश्वास

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* करूँ वंदना शारद माँ की,करती हूँ यह आस।नेक सृजन का पथ हो माता,भर दो नव विश्वास॥ जनहित का उद्धार करे हम,सृजन गढ़े अनमोल।शब्द शब्द में सार…

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देश-धरा को अर्पण था

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’मुंबई(महाराष्ट्र)*************************************** दीन-हीन की दलित पतित की,पीड़ा का वो दर्पण था,और उन्हीं की खातिर उनका,सारा नेह समर्पण था।निर्मल मन था दुर्बल तन था,तन पर एक लंगोटी थी-शेष रहा जो…

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उठो! नूतन प्रभात आई

आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* सूरज की किरणें आई हैं,संग नई खुशियां लाई हैंकली कुंज में मुस्काई है,विहग वृंद मंगल गाई हैजग ने नवजीवन पाई है,उठो! नूतन प्रभात…

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प्रशासन को आचार संहिता से बांधना होगा

ललित गर्गदिल्ली ************************************** प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भले ही प्राथमिकता से सरकारी कामकाज की शैली में पारदर्शिता,तत्परता और ईमानदारी की वकालत की हो,लेकिन आज भी सरकारी कार्यशैली लापरवाह,अनुशासनहीन,भ्रष्ट एवं उदासीन…

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