मेरा प्रेम

मीना विवेक जैनबालाघाट(मध्यप्रदेश)************************************ काव्य संग्रह हम और तुम से.... मेरी जिंदगी के जो अहसास हैं,मेरे प्रिये वो सब कुछ तेरे साथ हैंl मेरी आत्मा की आवाज तुम हो,मेरे शब्द-संगीत-सुर-ताज तुम…

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जोरा-जोरी

निशा गुप्ता देहरादून (उत्तराखंड) ********************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... मत कर जोरा-जोरी साजन,लाज से मैं मर जाऊंगीभीगे साड़ी,भीगे चोली,कैसे! बता घर जाऊंगी। ठंडी-ठंडी रंग की फुहारें,तन को अगन लगाती…

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अधूरे रिश्ते

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से.. घूँट में पिलाता रहा हम पीते रहे,पूरे दिल से अधूरे रिश्ते को जीते रहे! वहाँ कोई गम न यहाँ कोई आँसू,दस्तूर से…

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मोहब्बत का समंदर बन जाऊँगा

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... इन यादों के संग मैं मोहब्बत का सफर बन जाऊँगा।निगाहें देखी जिसको भी मैं तो वो नजर बन जाऊँगा। चलना है जिंदगी…

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बस कभी-कभी ही

मौसमी चंद्रापटना(बिहार) ****************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से..... शीर्षक-/टैग-काव्य संग्रह हम और तुम से/कविता /सब ओल्ड/रचनाशिल्पी नाम-मौसमी चन्द्रा,बिहार Moshmi.chandra11@gmail.comoooकभी-कभी तुम मुझेयाद आ जाते हो,हाँ,कभी कभी ही…सुबह की पहली किरण,जब…

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मैं नदिया बनकर

मिथिलेश बड़गैंयाँजबलपुर(मध्यप्रदेश)********************************* काव्य संग्रह हम और तुम से... मानो कोई सखी पुरानी,आ जाए मन की बतियानेlसाँझ ढले फिर याद तुम्हारी,आकर बैठ गयी सिरहानेllयादों की बारात देखकरएकाकीपन नहीं ठहरता,झिलमिल तारों की…

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हम-तुम होते साथ

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से हम-तुम होते साथ तो होता..धरती का श्रृंगार..सृष्टि के हर कण में जैसे..होता परस्पर प्यार…।तुम धरा मैं बीज तभी तो..अंकुरित होता प्यार..वृक्षों के…

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प्यार की राह

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’ नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से... सितम तो,मिलेंगे बहुतउलफ़त की,राह में।कदम से कदम,मिलाकर,चलें साथ,प्यार की राह में॥ क्यूँ ख्वाहिश करना,जीते जीबनवाने की,ताजमहल।मैं तुम्हें मुमताज,समझ…

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ट्रम्प:जनाज़ा ज़रा धूम से निकले

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) *************************************** डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी संसद पर जो नौटंकी रचाई थी,उसका अंत तो हो चुका है और उन्होंने यह भी मान लिया है कि २० जनवरी को डेमोक्रेटिक…

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बुद्धिमान की परीक्षा संकटकाल में ही

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ********************************************** यह परम सत्य है कि,संकटकाल में ही बुद्धिमानों की वास्तविक परीक्षा होती है,और उसमें जो सफल होते हैं वही सफलता का झंडा बुलंद…

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