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मेरा प्रेम

मीना विवेक जैन
बालाघाट(मध्यप्रदेश)
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काव्य संग्रह हम और तुम से….

मेरी जिंदगी के जो अहसास हैं,
मेरे प्रिये वो सब कुछ तेरे साथ हैंl

मेरी आत्मा की आवाज तुम हो,
मेरे शब्द-संगीत-सुर-ताज तुम होl

मेरे सारे सुख-दु:ख के तुम ही हो साथी,
तेरी सादगी ही मुझे है लुभातीl

तेरी बाँहों में भूल जाऊँ सभी गम,
तेरा प्यार जीवन में न हो कभी कमl

मैं जब तक जियूँगी तेरे साथ जीना,
मेरी आरजू तेरी बाँहों में मरनाl

है तन भी समर्पित है मन भी समर्पण,
मेरे साथिया तुझपे ये जीवन है अर्पणl

हो हाथों में मेरे सदा हाथ तेरा,
सफर में न छूटे प्रिये साथ तेराll

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