ग़ालिब

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** उसने मुझे बहुत समझाया,ताक़त इस्तेमाल करो,मैंने दिल की सुनी,हार दिल अपना,सबको जीत लियाl उसने मुझे बहुत समझाया,बहती हवा के साथ बहो,मैंने सुनी जुनूं की…

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इन्साने-ए-हिन्द

विजय मेहंदीजौनपुर(उत्तरप्रदेश)**************************************** जम्मू है सिरमौर देश का,दायीं भुज गुजरात हैबायीं भुजा पूर्वोत्तर भारत,खाड़ी का सम्राट है। दिल्ली है जिगर देश की,दिल यूपी महाविराट हैआंध्रा बायीं कोख देश की,दायीं महाराष्ट्र है।…

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प्यार की बातें करो

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************************ चंद दिन की है दुनिया प्यार की बातें करो,यार बैठो पहलू में और यार की बातें करो। ये उजाले चार दिन के,फिर अंधेरी रात है,निकली…

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गुलमोहर के फूल

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* गुलमोहर के फूलों जैसे,मैं खिली रहती थी,कोई मकसद नहीं था हँसने का,फिर भी हँसती रही।मेरे नैनों की डगर से तुम एक रोज गुजर रहे थे,मैं बोली…

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झुमका

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) **************************************************** नारी का श्रंगार है झुमका,गरिमा का तो सार है झुमका। नारी की शोभा झुमके से,आकर्षण,उजियार है झुमका। मेले,उत्सव और पर्व पर,दमके,वह संसार है झुमका। नारी…

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वो पालता है पेट सबके

प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)************************************************ हाथ की लकीरों से लड़ जाता है,जब बंजर धरती पे,अपनी मेहनत के हल से,लकीरें खींच जाता है।कभी स्थितियों से-कभी परिस्थितियों से,दो-दो हाथ कर जाता हैवो पालता…

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कंगना जी,इतना घमंड अच्छा नहीं

कनक दांगी ‘बृजलता’ गंजबासौदा(मध्य प्रदेश)  ************************************************** गुणों से ऊपर इज्ज़त और रातों-रात मिली शोहरत,नाहक लोगों को हज़म नहीं होती। इसका सबसे ताजा उदाहरण कंगना रनौत और पंजाबी गायकों के बीच…

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तुम बेकार

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************************** वक्त पड़े तो फूल हम,दिखते समझदार,कह दी सच्ची बात तो,सौरभ तुम बेकारl बस अपनी ही हांकता,करता लम्बी बात,सौरभ ऐसा आदमी,देता सबको घातl जिसने सच को त्यागकर,पाला झूठ…

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जीवन में आध्यात्मिकता ज़रूरी

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** जीवन या आयु यानि जन्म से मृत्यु की अवधि को कहते हैं। आयु यानि शरीर आत्मा,मन और इन्द्रियों के संयोग है। हर व्यक्ति अपनी आयु सुखद चाहता है।…

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खुद को पहचान तो ले

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** (रचना शिल्प:रदीफ-तो ले,काफिया-मान,जान,तान, ठान,ज्ञान २१२२ १२१२ १२१२ ११२) खुद को पहचान तो ले खुद को पहले जान तो ले।तू जमीं को गगन को अपना…

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