सीढ़ियां चढ़ने का बड़ा फायदा

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** वर्तमान में मनुष्य अपने शरीर से पसीना नहीं निकालना चाहता है। इसके लिए वे पैसे खर्च करके और अलग से समय निकालकर जिम जाते हैं। आप दस मंजिला…

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मौसम का रंग दोहरा

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************** आज मौसम का रंग दोहरा है,धूप निकली है और कोहरा है। मैं जो हँसती हुई सी दिखती हूँ,इक मुखौटे में मेरा चेहरा है। बहते अश्कों में दर्द दिखता…

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नेता और नौकरशाह: भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** 'ट्रांसपेरेन्सी इन्टरनेशनल' की ताजा रपट के अनुसार एशिया में सबसे अधिक भ्रष्टाचार यदि कहीं है तो वह भारत में है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को इससे…

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कोरोना काल…रेल यात्रा बेहाल…

तारकेश कुमार ओझाखड़गपुर(प. बंगाल ) ************************************************* वाकई भौकाल मचाने में हम भारतीयों का कोई मुकाबला नहीं। बदलते दौर में दुनिया २ भागों में बंटी नजर आ रही है। एक पर्दे…

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व्योम के बादल

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** व्योम के बादल बहा ले,नीर तूदेख धरती रो रही है…।रो रही सारी दिशाएँ,ज्वार सागर में उठा हैरो रही जग की हवाएँ…।व्योम के बादल बटाले पीर तू…॥…

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खत श्याम के नाम

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* लिखा है खत तुझे मैंने श्याम तेरे नाम से,लेकर जाना हे हवाओं कहना श्याम से।कब तक मैं लुटती रहूंगी,कब तक दु:ख सहती रहूंगी,दहेज चलन की अग्नि…

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शीत ऋतु है सार

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* अनेक ऋतुओं से सजी प्रकृति से है संसार,आए वर्ष के अंत शीत ऋतु है जी सार। रंगों की छटा मनोहर गुलाब पुष्प पीले लाल,और कहीं…

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मधुरभाष जीवन नशा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************** नशा सदा नव सीख का,नशा सदा परमार्थ।मधुर भाष जीवन नशा,नशा कर्म धर्मार्थ॥ नशा नार्य सम्मान हो,नशा भक्ति नित देश।समरसता मन नशा हो,प्रीति नशा उपवेश॥…

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बदलते मौसम

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** बदलते मौसम की निराली रीत है,गर्मी के बाद बरसात फिर शीत है।बदलते मौसम की निराली रीत है… आना-जाना नियम यही बतलाए,पतझड़ के बाद तो बहार ही…

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ईश्वर के सबसे करीब होता है कर्मवीर

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ************************************************** निस्संदेह कर्मवीर व्यक्ति ईश्वर के सबसे करीब होता है। बिल्कुल ऐसे जैसे गुरुदेव की आज्ञा का पालन करने वाला शिष्य गुरु के सबसे…

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