खिले चमन माँ भारती

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. सुन्दर सुखमय जिंदगी,अमन चैन मुस्कान।रोक शोक सब मुक्त हो,भारत देश महानll खिले चमन माँ भारती,पुलकित मन आनंद।सुरभित यश जयगान से,खिले शान्ति मकरन्दll लहराए आकाश में,केशर हरित तिरंग।परिवर्तन उन्नति शिखर,धर्म चक्र नवरंगll मिटे सकल जन दीनता,सुख वैभव सब पूर्ण।शिक्षा दीक्षा सुलभ सब,जीवन यश सम्पूर्णll रामराज्य माँ … Read more

शिव स्तुति

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* नाग काला,मुंड माला,मस्तक विराजे चन्द्रउमा पति,काम रिपु,शूल चक्रधारी हैं।डमरू लिए हैं कर,ओढ़े मृगछाला तनभस्मी रमाए अंग,जटा गंग धारी हैंllमारा हैै जलंधर को,असुरों का नाश कियादानियों में औघड़ हैं,संत सुखकारी हैं।भाग्य को बनाने वाले,भक्तों के रखवालेनंदी की सवारी,नीलकंठ त्रिपुरारी हैंll परिचय-प्रख्यात कवि,वक्ता,गायत्री साधक,ज्योतिषी और समाजसेवी `एस्ट्रो अमल` का वास्तविक नाम डॉ. शिव शरण … Read more

स्वतंत्रता दिवस:बलिदानों की कहानी

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)********************************************************************* स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. १५ अगस्त २०२० को हमारा ७४ वाँ स्वतंत्रता दिवस है। प्रथम स्वतंत्रता दिवस १५ अगस्त १९४७ को मनाया गया था; जिसमें मैंने भी भाग लिया था। उस समय मैं कोई १० वर्ष का रहा होऊँगा और गाँव के विद्यालय की प्रथम कक्षा का विद्यार्थी। मुझे … Read more

भैया अब मत और रुलाओ

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************************ रचना शिल्प: करुण रस कितने सुंदर फूल खिल रहे,कली से भौंरे गले मिल रहेlतितली भी कैसे मंडराती,कोयल कैसे गीत सुनातीlपर मुझको ये नहीं है भाता,मुझको भाई है याद आताl कितना हम खेला करते थे,दूर-दूर दौड़ा करते थेlमैं छूती और तुम भागते,गिरते-पड़ते और मारतेlअब मैं कैसे दौड़ लगाऊं,किसके साथ खेलने जाऊंl … Read more

फिर ये शुभ घड़ी आई

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. आजादी का दिवस लौट कर एक बार फिर आया है,कितना हाहाकार मचा था हमको याद दिलाया है। छोड़ गये अँग्रेज थे भारत लेकिन टुकड़े कर डाले,घाव हृदय में कितने गहरे फिरंगियों ने कर डाले। लाशों का अम्बार लग गया हिन्दू और मुसलमाँ का,नदी बह चली थी लहू … Read more

आजाद तिरंगा

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. त्याग तपस्या औ बलिदानी,प्रतीक है अभिमान तिरंगाभूलें ना हम सब भारत वासीप्राण से प्यारा आजाद तिरंगा। केसरिया रंग वीरों की गाथा,सुख हरा प्रगति पथ दर्शाएश्वेत शांति का है देता संदेश,चक्र सदियों का प्राण तिरंगा। आओ हम सब मिलकर गाएं,स्वतंत्र हिंद का गौरव भाए।लहराए नभ सीमा पे … Read more

हमारा हिंदुस्तान कार्यक्रम १५ अगस्त को

प्रतापगढ़(उप्र)l प्रयागराज व प्रतापगढ़ के लोक जीवन द्वारा स्वतंत्रता और स्वराज पर केन्द्रित आभासी कार्यक्रम हमारा हिन्दुस्तान १५ अगस्त को भव्यता के साथ मनाया जाएगा। भयहरणनाथ धाम के महासचिव व सामाजिक कार्यकर्ता समाज शेखर की प्रेरणा से,प्रयागराज पर्यटन एवं सामाजिक विकास संस्थान व दैनिक लोक मित्र द्वारा यह संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा … Read more

आजादी अनमोल

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. हमको मिली यह आजादी,कीमत बड़ी अमोल थी।हमने लड़ी इक जंग थी,कुरबानियाँ अनमोल थी॥ रणबाँकुरों ने दी यहाँ,कुरबानियाँ अपनी यही।हर एक वीर सपूत के,मन में बड़ी आशा रही॥ कितने जनों के रक्त से,सींची गई थी ये धरा।तब ही मिली स्वाधीनता,यह मुक्त हुई वसुंधरा॥ आओ करें गुणगान हम,इक साथ … Read more

अभिमान होना चाहिए

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. देश पर अपने तुझे अभिमान होना चाहिए,देश से जो पाया उसका भी तो मान होना चाहिए। जननी यही है,कर्मभूमि भी यही है साथियों,हृदय स्पंदन में सदा ये ज्ञान होना चाहिए। शत्रु के शक्ति शौर्य को क्यों कहें हम न्यूनतम,षड़यंत्रों पर विजय को वीर बुद्धिमान होना चाहिए। समय … Read more

हम आज़ाद शुरू से

मधुसूदन गौतम ‘कलम घिसाई’कोटा(राजस्थान)******************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. किससे हम आज़ाद हुए,क्या आज़ादी यार,हम आज़ाद शुरू से हैं,जबसे है संसार। हमको बस गुलाम कहा,तोड़-फोड़ इतिहास,चमचों से लिखवा दिया कुछ बन बैठे खास। पहले रहे गुलाम हम,तो क्या अब हैं आज़ाद,करते आ रहे कब से हम कोरी बकवास। आजादी पाई नहीं कि,दुश्मन पर जीत,विजय दिवस है … Read more