मित्र गुणों की खान
राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* मित्रता और जीवन... मित्र हो तो इत्र सम,जीवन को महकायमन-आँगन शीतल करे,नेह-सुधा बरसाय। मित्र हमें ऐसा मिले,नीर-क्षीर, विद्वानअज्ञानी हो मित्र तो,जीवन नरक समान। जीवन की मुस्कान है,हँसी-खुशी…