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इनसे दोस्ती आज भी अच्छी

डॉ. श्राबनी चक्रवर्ती
बिलासपुर (छतीसगढ़)
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मित्रता और जीवन…

अलार्म घड़ी का वो बटन जो,
हाथ पड़ते ही बंद हो जाता है
कुछ देर तक आँखें मूंदे बिस्तर पर,
पड़े रहकर मीठे सपनों में खोना
इनसे दोस्ती आज भी अच्छी लगती है।

अलसाई हुई खिड़की से सूरज की ताक-झाँक,
मिट्ठू के बोल में सबसे राम राम कहते रहना
बचपन में दोस्तों के साथ लुका-छुपी, लूडो, सांप सीढ़ी खेलना,
कागज की कश्ती बारिश में रोज तैराना, कभी पानी में गिरना
इनसे दोस्ती आज भी अच्छी लगती है।

पुरानी वो यादें, पुराने खत, पुरानी श्रृंखलित किताबें और,
चंद पुराने दोस्त, तो ख्वाबों में जैसे गुजरा हुआ कल मिल जाए
गरम पकोड़े और गरम चाय की चुस्की कुल्हड़ की प्याली में,
तो सुबह से कब शाम हो जाए, दिल खिल जाए जब ख्यालों में
इनसे दोस्ती आज भी अच्छी लगती है।

जीने का अंदाज तो खट्टे-मीठे अनुभव सिखा गया,
पर जी भर के हँसने का सबब दोस्तों ने तोहफे में दिया
ये दोस्ती का आलम यूँ ही चलता रहे,
प्यार का दीपक यूँ ही जलता रहे
इनसे दोस्ती आज भी अच्छी लगती है।

इस दोस्ती की मशाल को कभी बुझने न दो यारों,
क्योंकि इससे बढ़ कर कोई खुशी नहीं है प्यारों
दोस्तों का साथ एक अनमोल खज़ाना है,
प्रेम से सींच कर हमें उसे जीवन भर संजोना है।
इनसे दोस्ती आज भी अच्छी लगती है…॥

परिचय- शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राध्यापक (अंग्रेजी) के रूप में कार्यरत डॉ. श्राबनी चक्रवर्ती वर्तमान में छतीसगढ़ राज्य के बिलासपुर में निवासरत हैं। आपने प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर एवं माध्यमिक शिक्षा भोपाल से प्राप्त की है। भोपाल से ही स्नातक और रायपुर से स्नातकोत्तर करके गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (बिलासपुर) से पीएच-डी. की उपाधि पाई है। अंग्रेजी साहित्य में लिखने वाले भारतीय लेखकों पर डाॅ. चक्रवर्ती ने विशेष रूप से शोध पत्र लिखे व अध्ययन किया है। २०१५ से अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय (बिलासपुर) में अनुसंधान पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत हैं। ४ शोधकर्ता इनके मार्गदर्शन में कार्य कर रहे हैं। करीब ३४ वर्ष से शिक्षा कार्य से जुडी डॉ. चक्रवर्ती के शोध-पत्र (अनेक विषय) एवं लेख अंतर्राष्ट्रीय-राष्ट्रीय पत्रिकाओं और पुस्तकों में प्रकाशित हुए हैं। आपकी रुचि का क्षेत्र-हिंदी, अंग्रेजी और बांग्ला में कविता लेखन, पाठ, लघु कहानी लेखन, मूल उद्धरण लिखना, कहानी सुनाना है। विविध कलाओं में पारंगत डॉ. चक्रवर्ती शैक्षणिक गतिविधियों के लिए कई संस्थाओं में सक्रिय सदस्य हैं तो सामाजिक गतिविधियों के लिए रोटरी इंटरनेशनल आदि में सक्रिय सदस्य हैं।

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