बाल साहित्यकार सम्मान के लिए २९ फरवरी तक प्रविष्टियाँ आमंत्रित

भोपाल (मप्र)। बाल साहित्य में लेखन तथा शोध कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र (भोपाल) द्वारा साहित्यकारों से उनकी प्रकाशित पुस्तकें परिचयात्मक…

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‘पहली पोथी सम्मान’ हेतु काव्य कृति आमंत्रित

अजमेर (राजस्थान)। सभी रचनाकारों से उनकी प्रथम काव्‍य कृति 'पहली पोथी सम्‍मान' के लिए सादर आमंत्रित है। सम्‍मान के अन्‍तर्गत चयनित रचनाकार को ११ हजार ₹ नकद, सम्‍मान-पत्र, श्रीफल और…

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‘अवसर साहित्य यात्रा’ साहित्य-जगत के लिए अनमोल उपहार

पटना (बिहार)। वरिष्ठ चित्रकार और साहित्यकार सिद्धेश्वर द्वारा सम्पादित ई-पत्रिका ‘अवसर साहित्य यात्रा’ वस्तुतः आज के साहित्य-जगत के लिए एक अनमोल उपहार है। आपने सजग और समर्थ सम्पादन के साथ…

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गीत- कविताएं की देश व शहीदों को समर्पित

धनबाद (झारखण्ड)। संस्था एक प्रयास भारत (झारखंड) की ओर से गणतंत्र दिवस के अवसर पर 'आज शामआभासी काव्य गोष्ठी' का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार संजय सिंह 'चंदन'…

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ललित की मौलिकता पाठकों को जोड़ती है-डॉ. दिविक रमेश

नई दिल्ली। लालित्य ललित की मौलिक विचारधारा पाठकों को जोड़ती है। शमशेर और त्रिलोचन की ऊष्मा ललित की रचनाओं में नजर आती है।यह बात लेखक लालित्य ललित की रचनावली का…

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विजेताओं को किया पुरस्कृत

इंदौर (मप्र)। नर्मदांचल साहित्य एवं कला परिषद द्वारा अटल उद्यान (प्रगति नगर) के हाल में आयोजित एक कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. डॉ. योगेंद्रनाथ शुक्ल ने बतौर मुख्य अतिथि साहित्य…

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गांधी स्मृति पुरस्कार से डॉ. सुशीला सालगिया पुरस्कृत

रतलाम (मप्र)। शीतल धाम रतलाम में भगवान आदिनाथ जिनबिम्ब तथा जिनालय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं महामस्तकाभिषेक महोत्सव के अवसर पर पूर्व प्राचार्या डॉ. सुशीला सालगिया को उनकी वृहद साहित्य सेवा के…

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८ हजार पृष्ठ वाली ‘गिरीश पंकज रचनावली’ प्रकाशित

रायपुर (छ्ग)। हिंदी साहित्य में रचनावली प्रकाशन की एक परम्परा है, जिसमें किसी लेखक का समग्र लेखन समाहित हो जाता है। इसी परम्परा में पिछले ४५ वर्ष से साहित्य और…

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लघुकथा में अनावश्यक विस्तार से बचना चाहिए-डॉ. मिश्रा

पटना (बिहार)। लघुकथाकार लघुकथा लिखने में जल्दी बाज़ी न करें। लघुकथा में चरित्र चित्रण और विवरण से बचें और कम शब्दों में अधिक कहना, मतलब 'देखन में छोटन लगे घाव…

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श्रीराम कार्य में सहायक भूमिकाओं का चित्रण ‘रघु राम हनुमंत गाथा’

इंदौर (मप्र)। सनातन संस्कृति और भारत देश की गौरवशाली पौराणिक परम्परा में भगवान श्री राम का अद्वितीय स्थान है। भगवान होते हुए भी उन्होंने अपने सभी कार्य आम लोगों की…

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