उठा युद्ध का दानव
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** छलक रहा विश्व पटल पर, घुला हृदय विष उछल-उछल।हांडी काठ चढ़ी खिचड़ी, जल रही इधर उबल-उबल॥ मेघ घृणा का घनीभूत क्यों…करुणा किया अनल आहूत ज्यों…।विश्व वातायन रक्त रंजित…प्रेम दया टुकड़े से वंचित…।देख दशा मन रोता है, ठाठे मारता हिया मचल,नितांत निरीह मूक अरी, दुनिया कितनी गयी बदल॥छलक रहा विश्व पटल… फिर जी … Read more