हे! मेरे परमेश्वर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************** शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. वंदन है,नित अभिनंदन है,हे शिक्षक जी तेरा।फूल बिछाये पथ में मेरे,सौंपा नया सबेरा॥ भटक रहा था भ्रम के पथ…

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यह उम्र बीत रही

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** यह उम्र बीत रही है,जैसे-तैसे करते-करते।और क्या माँगूं मोहन,थक गया कहते-कहते॥ तुम ही हो एक सहारा,दिखलाओगे किनारा।अब तेरा ही है आसरा,लुट गया सहते-सहते॥थक गया कहते-कहते… इस…

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गजानन आराधना

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** गणेश चतुर्थी विशेष.... गजानन आओ नी इक बार…।गजानन आओ नी इक बार…।निसदिन तेरी बाट मैं जोहूं,बैठूं पलक बुहार…।गजानन आओ नी इक बार…॥ धूप-दीप और…

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गणपति आन विराजो मन में

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* गणेश चतुर्थी विशेष..... सत्य राह की चलूँ डगर मैं,बोलूँ नित शुभ बोल।गणपति आन विराजो मन में,भाव भरो अनमोल॥ दीन दुखी की सेवा करना,नेक बने यह ध्येय।कर्म…

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दिल के स्पंदन में तुम…

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ********************************************* दिल के स्पंदन में बसता है,प्रियवर का बस नाम।रात-दिवस हो,कोई बेला,प्रियवर तुम अभिराम॥ स्पंदन के हर स्वर गाते,नित तेरा ही गीत,तू है जब तक साथ…

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गुरु है श्रेष्ठ प्रणेता

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* शिक्षक दिवस विशेष..... सत्य मार्ग के श्रेष्ठ प्रणेता,गुरु सबका अभिमान हैं।सुंदर जीवन जो शुभ गढ़ते,विश्व धरा की शान हैं॥ विद्यार्थी जीवन पर धरते,नव मंगल की कामना,मनुज…

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तन म्हारा लाल कान्हा न….

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** जन्माष्टमी विशेष..... तन म्हारा लाल कान्हा न अब तो बर ले रे।बर ले,सुमर ले,मन में धर ले रे…॥ तू मत जाण लाला राह सरल…

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वरदान दे दिया

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)******************************************** मैंने एक फूल मांगा था उसने तो गुलदान दे दिया।दोहे का वर मांग रहा था पूरा छंद विधान दे दिया॥ मलयानिल-सा सोया था मैं सपनों के…

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हमारी हिन्दी

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** हिन्द देश के वासी हैं हिन्दी हमको अपनाना है।गाँव-गाँव,कूचे-कूचे में हिन्दी को पहुँचाना है॥ हिन्दी हो भाषा अपनी हिन्दुस्तानी परिवेश हो,संस्कार संस्कृति हो अपनी उन्नत भारत…

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हम शौर्य वीर यश गाते हैं

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ****************************************** सुनो देश के अमर शहीदों,हम शौर्य वीर यश गाते हैं।आज़ादी के सुन रखवाले,हम भारत गान सुनाते हैं॥ स्वतंत्रता पावन पचहत्तर,पुरुषार्थ तेज मददाते हैं।सीमांत देश…

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