हे! मेरे परमेश्वर
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************** शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. वंदन है,नित अभिनंदन है,हे शिक्षक जी तेरा।फूल बिछाये पथ में मेरे,सौंपा नया सबेरा॥ भटक रहा था भ्रम के पथ…