गर्मी के बाद बारिश का अहसास
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** दिनकर ने शोले बरसाये,पर अब तो राहत है।बहुत दिनों के बाद सभी की,खिली-खिली तबियत हैll ताल-तलैयां रीत गये थे,नदियां भी थीं सूखी,बुझा-बुझा मन रहता था,और काया भी थी रूखीl बारिश की बूंदों से पर अब,हर उर आनंदित है।बहुत दिनों के बाद सभी की,खिली-खिली तबियत हैll कंठ शुष्क थे,जी घुटता था,बेचैनी … Read more