भौंसला से सीखे सारा देश ‘जातियता’

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** हरियाणा में जींद के पास एक गांव है,भौंसला। इस गांव में आस-पास के २४ गांवों की एक पंचायत हुई। यह सर्वजातिय खेड़ा खाप पंचायत हुई। इसमें सभी गांवों के सरपंचों ने सर्वसम्मति से एक फैसला किया। यह फैसला ऐसा है,जो हमारी संसद को,सभी विधानसभाओं को और देश की सभी पंचायतों … Read more

भारतीय संस्कृति और भाषाओं के वैश्विक प्रचारक प्रो.रत्नाकर नराले

डॉ.राकेश कुमार दुबे टोरंटो(कनाडा) ************************************************************** टैग-साहित्य सेवा को समर्पित …….. भारत से बाहर भारतीय मूल के लोगों एवं अभारतीय लोगों में भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषाओं के प्रचार में भारतीय मूल के कनाडा निवासी प्रो.रत्नाकर नराले का नाम आज सबसे प्रमुखता से लिया जाता है। लगभग ५० वर्षों से कनाडा में रहते हुए प्रो.नराले हजारों … Read more

बोए पेड़ बबूल कॆ,आम कहाँ से होए

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* बरसों पुरानी एक कहावत है-‘बोए पेड़ बबूल कॆ,आम कहाँ से होए’,जो नापाक इरादों कॆ मालिक देश पाकिस्तान पर सटीक बैठी है। जी हाँ,क्योंकि भारत का पड़ोसी होकर पीठ में हर बार-हर बात पर खंजर घोंपने वाले इस देश में इस समय इतनी कंगाली आई है कि देश पूरी तरह कर्ज … Read more

`चमकी` बुखार या बच्चों को निगलने वाला अजगर

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ पिछले लगभग एक माह से बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार ने ऐसा कहर बरपाया कि,बिहार से दिल्ली तक त्राहि-त्राहि मच गई। संख्या जब पचास से अधिक हुई तो केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री व राज्य स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे,पर तत्काल कोई समाधान न दे सके। मौतों का शतक लगने के बाद सुशासन … Read more

इच्छा शक्ति से हर कार्य सम्भव

राज कुमार चंद्रा ‘राज’ जान्जगीर चाम्पा(छत्तीसगढ़) *************************************************************************** दुनिया में सबसे अधिक कोई बलवान है तो वो है इच्छाशक्ति,दुनिया की हर चीज इसके माध्यम से तुम्हें मिल सकती है। चाह होगी तो राह अपने-आप मिल जाएगी। वो हर चीज तुम्हें प्राप्त होती है जो तुम्हारे लिए जुनून बन जाती है। स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि … Read more

भाषा नीति पर ढुलमुलता छोड़ मजबूती से आगे बढ़ने की बेला

डॉ.विनोद बब्बर नई दिल्ली **************************************************** भाषा जीव के मानव बनने की दिशा में प्रथम कदम कहा जा सकता है। आरंभ में संकेतों की भाषा रही होगी जो कालांतर में शब्द संवाद में परिवर्तित हुई। हर परिस्थिति परिवेश एक-दूसरे से अपरिचित और भिन्न था,इसलिए हर मानव समूह ने अपने ढंग से कुछ शब्द संकेत बनाये। एक-दूसरे … Read more

जलसंकट के दौर में याद आया ‘राखुंडा’

राकेश सैन जालंधर(पंजाब) ***************************************************************** ‘राखुंडा नई पीढ़ी के लिए शायद नया शब्द हो,परंतु दक्षिणी पंजाब,हरियाणा व राजस्थान में दो दशक पहले तक यह जीवन का हिस्सा था। ‘राख’ और ‘कुंड’ शब्दों की संधि से बना ‘राखकुंड’ शब्द घिस-घिसकर ‘राखुंडा’ बना होगा शायद। घर में बर्तन-कासन मांजने वाला स्थान था राखुंडा,जहां जरुरत अनुसार गड्ढे या बर्तन … Read more

काला धन खत्म कैसे हो ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** काले धन ने हमारी संसद को भी अंगूठा दिखा दिया है। कोई यह बताए कि जिनकी जिंदगी ही काले धन पर निर्भर है,वे यह क्यों और कैसे बताएंगे कि देश और विदेशों में काला धन कितना है और उसे कैसे-कैसे छिपाकर रखा गया है। हमारी लोकसभा की स्थायी वित्त समिति … Read more

हमारी सोच पर निर्भर करता है-काम छोटा या बड़ा

सत्यम सिंह बघेल लखनऊ (उत्तरप्रदेश) *********************************************************** हमें लगता है कि एक चाय वाला,चालक,दर्जी,किसान,पान की दुकान वाला या फिर जूते पॉलिश करने वाला एक सीमा तक ही सफल हो सकते हैं। वह देश-दुनिया में पहचान दिलाने वाली एक बड़ी सफलता हासिल नहीं कर सकता,किन्तु ऐसा नहीं हैl यदि व्यक्ति सोच ले,ठान ले और दृढ़ संकल्पित हो … Read more

चिकित्सा शिक्षा में नैतिक मूल्यों की सार्थक पहल

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* देश में आज चिकित्सक एवं अस्पताल लूट-खसौट,लापरवाही,भ्रष्टाचार,अनैतिकता एवं अमानवीयता में शुमार हो चुके हैं,आए-दिन ऐसे मामले प्रकाश में आते हैं कि अनियमितता एवं लापरवाही के कारण मरीज का इलाज ठीक ढंग से न होने पाने के कारण मरीज की मौत हो गई या उससे गलत वसूली या लूटपाट की गई। सरकारी … Read more