महारोग

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ रचनाशिल्प:२२११ २२११ २२११ २२ लाचार बड़ा आज महा रोग डराए।सोचे कि सभी रोग भरी मौत हराए॥संकट बहुत बड़ा इसको आज भगाएं।सारे जग में साथ सभी लोग जगाएं॥ बच्चे युवक बुजुर्ग सभी को चलना है।संसार महारोग जरूरी टलना है॥ये रोग भयानक बहु तेजी पसरा है।हर राज्य नगर में अति आतंक सरा है॥ … Read more

बाबा साहब का संघर्ष

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* ज्ञानी सबसे बढ़कर बाबा,पढ़-लिख जाओ सिखलाया।स्वयं अकेला कठिन राह पर,चलकर हमको दिखलाया॥ भेदभाव को सभी मिटा के,संविधान लिख छोड़ा है।सकल जगत में मान देख लो,जात-पात सब तोड़ा है।स्वाभिमान के खातिर लड़ना,हक को अपने बतलाया।स्वयं अकेला कठिन राह पर,चलकर हमको दिखलाया॥ शिक्षा का नव अलख जगा के,किया देश में उजियारा।छूआछूत न होगा … Read more

नीर की महिमा

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* ज से जल जीवन स्पर्धा विशेष… नीर की महिमा जानें आप।गँवाकर करें न पश्चाताप॥ श्रेष्ठ जल ही बस है आधार।समझ लें इसका क्या है सार॥ व्यर्थ न कभी करें बरबाद।करें दीनों को हरपल याद॥ तरसते रहते वे दिन-रात।समझ लें अब तो मेरी बात॥ शुद्ध जल कितना है अनमोल।खर्च कर लें नित … Read more

प्यास

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* ज से जल जीवन स्पर्धा विशेष… कटते अरण्य व सूखता जल,सूर्य आग तपा रहा।धरती तपे नदियाँ बिना जल,जीव भी दुख पा रहा॥ हर एक भौतिक जीव भी अब,प्यास से तड़पा हुआ।वसुधा बिना जल के हुई अब,खेत भी उजड़ा हुआ॥ नभ मेदिनी जल आज दूषित,कष्ट का यह दौर है।मर जाय ना हम … Read more

भारत के सैनिक

दिनेश कुमार प्रजापत ‘तूफानी’दौसा(राजस्थान)***************************************** रचना शिल्प:१६-१४ अन्त ३ × गुरु….. अपने ही घर में सेना से,पत्थर वाले ऐंठे हैं।सुकमा में नक्सली जवानों,की लाशों पे बैठे हैं॥ जाने किस नशे में खो गए,ये नेता गद्दी वाले।प्रवक्ता इस तरह बनते हैं,जैसे हो रद्दी वाले॥ सुकमा में शहीद हुये जो,किसी बहन के भाई थे।अपने ही मात-पिता की वो,ज़िन्दगी … Read more

सरस्वती वंदना

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ************************************* माँ सरस्वती वरदायिनी,विनती बारंबार है।माँ भाव नया उर में भरो,आज्ञा सब स्वीकार है॥ हे श्वेतकमल शुभआसनी,हमको यह वरदान दो।हम निर्विकार लिखते रहें,सबको ऐसा ज्ञान दो॥ मात भवानी सुरमोदिनी,वाणी में नव भाव दो।हे भवतारक सुरभारती,सद्गुण का सद्भाव दो॥ कर जोड़े मैं विनती करूँ,नित नूतन कविता रचें।हे सद्गुण वैभवशालिनी,हम सब दोषों से बचें॥ … Read more

होली निहारूँ बाट

बाबूलाल शर्मासिकंदरा(राजस्थान)***************************** फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… गीता छंद विधान:२६ मात्रा(२२१२ २२१२ २२१२ २२१)१४,१२ पर यति,२ पद समतुकांत) होली मचे फागुन रमें,फसलें रहे आबाद।पंछी पिया कलरव करे,उड़ते फिरे आजाद। मैं तो हुई बेचैन हूँ,मिलने तुम्हें पिव आज।आओ प्रिये फागुन चला,अब तो सँवारो काज। फसलें पकी हैं झूमती,मिल के करें खलिहान।सखियाँ सभी है खेलती,बिगड़े हमारी … Read more

विनय कर भाग्य जगाओ

डॉ. मनोरमा चन्द्रा ‘रमा’रायपुर(छत्तीसगढ़)******************************************* करूँ ईश गुणगान,विनय कर साँझ सवेरे।कृपा करो श्रीनाथ,द्वार हैं आए तेरे॥करते भक्त पुकार,हृदय में आस जगाएँ।करें कामना पूर्ण,सभी शुभ फल को पाएँ॥ विनय भाव मन धार,कृत्य अनुपम ही करना।राग द्वेष को छोड़,नीर सम निर्मल बहना॥दुनिया माया जाल,मोह में कभी न पड़ना।इसका रूप विशाल,बचे तुम जग में रहना॥ आज करें अरदास,देश की … Read more

धरा हुई है धन्य हिन्द की

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ******************************** धरा हुई है धन्य हिन्द कीजिसने ऐसे लाल जने।आत्माहुति देकर के अपनीसबके वे आदर्श बने॥ राजगुरु सुखदेव भगतसिंहआजादी के नायक थे।हँसते-हँसते बलिदान हुएमातृभूमि उन्नायक थे॥ स्वतंत्रता की चिंगारी कोआग बनाने वाले थे।सोए थे गहरी निद्रा मेंउन्हें जगाने वाले थे॥ अमर हो गए इस वसुधा परभूल न उनको पाएंगे।ऐसा काम किया वीरों … Read more

प्रार्थना

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ रचना शिल्प:मापनी २१२२ २१२२ २१२ वंदना माँ भारती की कर सकूँ।वीर भारत को नमन मैं कर सकूँ।यह सदा विजयी हमारा देश हो।प्रार्थना कर कोटि शुभ परिवेश हो॥ विश्व विजयी बन जगत में शान हो।देश मेरे विश्व गुरु का मान हो।हो तिरंगा विश्व का परचम बड़ा।विजय का जयगान करता हो खड़ा॥ परिचय–डॉ.धाराबल्लभ … Read more