मेरी अविस्मरणीय सिंगापुर यात्रा

डॉ. बालकृष्ण महाजननागपुर ( महाराष्ट्र)*********************************** ‘न भूतो न भविष्यति’, ऐसी मेरी अविस्मरणीय सिंगापुर में साहित्यिक यात्रा सभी साहित्यकारों के साथ हुई। यात्रा शुरू होने से पहले बहुत सारी भ्रमित कल्पनाएं मन में एक के पीछे एक आ रही थी। बचपन में हमारे चाचा जो नेवी से संबंध रखते थे, उनसे सुना था सिंगापुर के बारे … Read more

खट्टे-मीठे अनुभव

रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’दिल्ली(भारत)****************************************************** ‘हम सब साथ-साथ हैं’ का दसवां अंतरराष्ट्रीय प्रतिभा प्रदर्शन सम्मान समारोह इस बार हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में भूटान में होना सुनिश्चित (१६ से २३) हुआ। इससे पहले मुझे साथ-साथ के ‘भारत-नेपाल मैत्री सम्मेलन’ में प्रतिभागी होने का अवसर मिला था। यहाँ हम चर्चा करेंगे भूटान भ्रमण की, … Read more

‘कोरोना काल’ या ‘काल’…??

तारकेश कुमार ओझाखड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************* हाल में कानपुर(उप्र)जाने का कार्यक्रम रद्द किया तो मन में सहज ही यह सवाल उठा-ये कोरोना काल है या दुनिया के लिए काल है कोरोना… ?? लेखकों के एक सम्मेलन में शामिल होने का अवसर पाकर मैं काफी खुश था। सोचा कानपुर से लखनऊ होते हुए गाँव जाऊंगा और … Read more

महाकाल:अमरत्व की प्राप्ति

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ महाशिवरात्रि विशेष………… यह हमारी अवंतिका नगरी(उज्जैन,मप्र) की यात्रा का वृतांत है। वह नगरी जो हमारी आस्था का प्रतीक है। सत्यम,शिवमऔर सुंदरम के भावों को अपने में समेटे अर्थात स्वयं भगवान शिव की नगरी है। इस वृतांत में आपको उज्जैन की भौगोलिक स्थिति,ऐतिहासिक,प्राकृतिक सुषमा और आध्यत्मिक,सांस्कृतिक विरासत का कलात्मक संगम देखने को … Read more

मेरी गुमशुदगी…

डॉ.एम.एल.गुप्ता ‘आदित्य’ मुम्बई (महाराष्ट्र) ************************************************* मुंबई लौटते-लौटते आशंकाओं का बाजार गर्म हो चुका था। इस प्रकार अचानक मेरे लुप्त हो जाने से मेरे शुभचिंतक,मित्र और परिचित आशंकित हो उठे थे। कुछ लोगों के मन में यह सवाल घुमड़ रहा था कि सामाजिक जनसंचार माध्यम पर यह व्यक्ति जो भाषा और राष्ट्रीय मुद्दों पर सक्रिय रहता है,वह … Read more

कोरोना काल…रेल यात्रा बेहाल…

तारकेश कुमार ओझाखड़गपुर(प. बंगाल ) ************************************************* वाकई भौकाल मचाने में हम भारतीयों का कोई मुकाबला नहीं। बदलते दौर में दुनिया २ भागों में बंटी नजर आ रही है। एक पर्दे की दुनिया और दूसरी असल दुनिया,इस बात का अहसास मुझे कोरोना की नई लहर के बीच की गई रेल यात्रा के दौरान हुआ। भांजी की … Read more

आइए,चलते हैं ‘गुलाबी नगर’ की सैर पर

डॉ.प्रभात कुमार सिंघलकोटा(राजस्थान)************************************ विश्व प्रसिद्ध राजस्थान का ‘गुलाबी नगर’ जयपुर मेरा पसंदीदा शहर है। सौभाग्य है कि वर्षों मुझे यहाँ रहने का अवसर प्राप्त हुआ। बहुत करीब से देखा-जाना है शहर को-यहाँ की जीवन-शैली,परम्पराओं और संस्कृति को। गुलाबी रंग की रंगत लिए जयपुर कीचारदिवारी वाला प्रसिद्ध गुलाबी नगर,इसका कलात्मक परकोटा,गुलाबी इमारतें-महल, कला-सांस्कृतिक परम्पराएं,उत्सव,हस्तशिल्प सभी कुछ … Read more

कुशीनगर की यात्रा

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** कुशीनगर की यात्रा केवल भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल का भ्रमण नहीं, बल्कि जन्म और मृत्यु के बीच जीवन यात्रा के उद्देश्य और अभीष्ट को जानने समझने का एक मार्ग है।भगवान बुद्ध के जन्म,बोधिसत्व की प्राप्ति और उनके महापरिनिर्वाण से जुड़े स्थलों को देखने की इच्छा बचपन से ही … Read more

विष्णुपद मंदिर की अधिष्ठात्री मालवा की महारानी अहिल्याबाई

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)********************************************************************* बिहार का गया क्षेत्र बहुत ही पुराना धार्मिक स्थल है। यहाँ दूर-दूर के हिन्दू अपने पितरों का पिण्डदान करने आते हैं। वे भारत के या नेपाल के हों या सुदूर मॉरिशस आदि अन्य हिन्दू-प्रवासी देशों के,वे सभी अपने पितरों के पिण्ड दान करने साल में एक बार शारदीय नवरात्रा … Read more

वैशाली:धार्मिक महत्व की नगरी

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** `वैशाली` के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बारे में हम बचपन से ही किताबों में पढ़ते आये,पर बिहार में रहकर भी इस स्थल पर जाने का कभी अवसर नहीं मिला। इस बार रक्सौल से पटना जाने के क्रम में मन बना लिया था कि,पहले वैशाली में रुकेंगे उसके बाद … Read more