फिर टेसू मुस्काया…

एम.एल. नत्थानीरायपुर(छत्तीसगढ़)*************************************** ठूँठ हो चुके पेड़ पर ही,फिर छाई हरियाली हैऋतुओं ने अंगड़ाई ली,हर तरफ खुशहाली है। पीताम्बरी परिधान पहने,हवाओं में गुनगुनाते हैंलाल केसरिया रंगों को,लिए टेसू मुस्कराते हैं। कोयल…

0 Comments

सृष्टि की रचनाकार हो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)*********************************************** नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष).... तुम केंद्र तुम धुरी,तुम सृष्टि की रचनाकार हो,तुम धरती पर मूरत प्रभु की साकार हो।तुम जगत जननी हो,तुम संसार रचयिता-माँ…

0 Comments

इंक़िलाब आने दो

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* कुछ तो अच्छा जनाब आने दो।नींद के साथ ख़्वाब आने दो। सब्ज़ परचम सदा रखो ऊँचा,अब नहीं इज़्तिराब आने दो। बन्द कर दो दुकानदारी…

0 Comments

एक मुसाफिर लिए तिरंगा

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)*************************************** एक हाथ में लिए तिरंगा दूजा वेद कुरान लिए,एक मुसाफिर घूम रहा है दिल में हिंदुस्तान लिए। जन हित निज सर्वस्व छोड़ जो देश देश में…

0 Comments

ताजमहल-भारत का गर्व

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* अमर मुहब्बत की कथा,है भावों का नूर।शाहजहाँ ने रच दिया,ताजमहल भरपूर॥ बेग़म पर सब वारकर,दिया सुखद उपहार।शाहजहाँ ने कर दिया,रोशन यह संसार॥ थी बेग़म दिल…

0 Comments

नारी हो सहधर्मिणी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *************************************** पढ़ी-लिखी ये नारियाँ,मानस बदल विचार।नर नारी सम भूमिका,चलता है परिवार॥ नारी के सम्मान में,देव खुदा का वास।मरघट है नारी बिना,गृहलक्ष्मी आवास॥ अम्ब सखी बन…

0 Comments

रूप का प्याला

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)*********************************** छलकते रूप का प्याला,बना ये चाँद-सा मुखड़ा,लगे जैसे उतर आया,हसीं इक ख़्वाब का टुकड़ा।गगन के चाँद-तारे भी,तुम्हारे रूप पर मोहित,गुलाबी से अधर तेरे,सुनहरे रूप पर…

0 Comments

नया सवेरा आएगा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** रचनाशिल्प:मात्राभार -३०,यति -१६,१४,पदांत-२२२.... अब 'कोरोना' बीमारी का,शीघ्र अंत हो जाएगा।दु:ख की काली घटा छँटेगी,नया सवेरा आएगा॥ भुगता है बीते वर्षों से,इसने डेरा डाला था।अब भी इसके…

0 Comments

अश्क़

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** नीर आँखों से ढलक कर बह रहा।ये व्यथा अश्कों के ज़रिए कह रहा। बंद अधरों ने सुना दी है व्यथा,दर्द दिल का जाने कब से सह…

0 Comments

नारी है अवतार

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* नारी है अवतार,हृदय में इसे बसाएँ।जगती का आधार,प्रेम के पुष्प चढ़ाएँ॥जीवन का उद्धार,जन्म देकर करती है।मुश्किल कितनी होय,कर्म से ये बढ़ती है॥ कभी बहन बन जाय,प्रेम…

0 Comments