ज्ञान की अलख जगाई

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. राधाकृष्णन ने किया,जग में ऊँचा नाम।पेशे से शिक्षक स्वयं,किए अनूठे काम॥किए अनूठे काम,ज्ञान की अलख जगाई।शिक्षाविद् के साथ,भूमिका कुशल निभाई॥करता है 'शिव' याद,और…

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विघ्नहरण गणराज

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़)*************************************************************** पावन तन मन से करो,पूजन मिलजुल आज।प्रगट हुए संसार में,विघ्नहरण गणराज।विघ्नहरण गणराज,मूस की करे सवारी।जिनकी कृपा प्रसाद,सुखी है सब नर नारी।कह डिजेन्द्र करजोरि,रूप जिनका मनभावन।गणाधीश का…

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कितने गड्ढे…

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरीकुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** कितने गड्ढे आजकल,सड़कों पर हर ओर।चलना मुश्किल हो गया,सुबह रात या भोर।सुबह रात या भोर,चोट लगने का डर है।घर से मीलों दूर,सुनो अपना दफ्तर है।महँगा…

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हर्षित तन-मन

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** हुई प्रतीक्षा की घडी़,देखो आज समाप्त।जिसकी चाहत थी हमें,हुआ वो अवसर प्राप्त।हुआ वो अवसर प्राप्त,राममंदिर भू-पूजन।और यह शिलान्यास,देखकर हर्षित तन-मन।रामलला की पूर्ण,हो गई आज परीक्षा।रहे टेण्ट…

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पहली बारिश

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** छाई अंधियारी गगन,दिवस लगे ज्यों रात।चमक रही है चंचला,आएगी बरसातllआएगी बरसात,सुहाना लगता मौसम।नाचे मन का मोर,देखकर शोभा अनुपमllकहता 'शिव' दिव्यांग,बहे शीतल पुरवाई।घिरी घटा घनघोर,गगन अँधियारी छाईll…

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सुन ऐ मूरख चीन

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** भारत और चीन के रिश्ते स्पर्धा विशेष...... कायरता लख चीन की,तन-मन में आक्रोश।वार पीठ पर जो किया,खोकर अपना होश॥खोकर अपना होश,किया छल उसने ऐसा।समझ रहा निर्लज्ज,हिन्द…

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सुबह-सुबह की नींद

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरीकुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** होते ही सूरज उदय,टूटी यह उम्मीद।जिसको कहते हैं सभी,सुबह-सुबह की नींद।सुबह-सुबह की नींद,बहुत लगती है प्यारी।लेकिन घर के लोग,छेड़ते बारी-बारी।समझाते हैं रोज,न मानव इतना सोते।लेते…

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आयेगा नहिं काल

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** दैनिक योग करो सखे,जब भी मिले सुकाल।तन निरोग मन में खुशी,आयेगा नहिं काल॥आयेगा नहिं काल,योग के लाभ निराले।तन का रंग गुलाब,केश काले के काले॥कहे 'अवध'कविराय,बनो…

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प्रारंभ जिंदगी का

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ********************************************************************** जग में आकर जीव को,नूतन हो आभास।नवजीवन नव जगत में,नव आशा विश्वास।नव आशा विश्वास,नया घर नव संरचना।नव विचार,आचार,कर्म,विद्या नव रचना।नव समाज नव धर्म,विधाता धरता है पग।सीख-सीख…

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रक्तदान महादान

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** अर्थदान से भी बडा़,रक्तदान का दान।महादान से व्यक्ति की,बने अमिट पहचान।बने अमिट पहचान,दुआएँ सबकी पाता।रहे सदा खुशहाल, कभी न कष्ट उठाता।कहता 'शिव' दिव्यांग,जिए वह सदा शान…

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