सृष्टि की रचनाकार हो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)*********************************************** नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष)…. तुम केंद्र तुम धुरी,तुम सृष्टि की रचनाकार हो,तुम धरती पर मूरत प्रभु की साकार हो।तुम जगत जननी हो,तुम संसार रचयिता-माँ बहन पत्नी जीवन में हर प्रकार हो॥ तुमसे ही ममता स्नेह प्रेम,जीवित रहता है,मन सच्चा कभी कपट कुछ नहीं कहता है।त्याग समर्पण का जीवंत स्वरूप … Read more

कर्म ही सफलता का मन्त्र

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* घना कोहरा आगे अंधेरा,नज़र कुछआता न हो,हो अवसाद व तनाव और कुछ भाता न हो।पर मत सोचना फिर भी नकारात्मक विचार-जो सकारात्मक ऊर्जा जीवन में लाता न हो॥ आपकी सोच-विचार ऊर्जा,जीत आधार बनती है,आपकी उचित जीवन-शैली,कारगर बनती है।कर्म ही पूजा,कर्म ही मन्त्र है सफलता का-उत्साह से ही जाकर जिंदगी शानदार बनती है॥ … Read more

अलबेला यंत्र

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* होते जो भी सुखद-दुखद पल,सबका चित्रण करता,जीवन के बीते लम्हों को अंक में निज के भरता।जिसका प्रियवर नाम कैमरा,वह इक यंत्र है न्यारा-तस्वीरों में विगत सजाकर,मायूसी को हरता॥ यादों को भरकर निज गृह में,इतिहासों को रचता,था कैसा उज्ज्वल अतीत,इन विश्वासों को सृजता।रिश्ते-नाते,प्रेम-नेह सब,रहें गर्भ में जिसके-उस अलबेले यंत्र कैमरे से,कुछ … Read more

शिव शंकर सबका बेड़ा पार करो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* शिवरात्रि विशेष….. हर हर महादेव भोले शिव शंकर,सबका बेड़ा पार करो,हे केदार नाथ सोमनाथ,नैया हमारी तारण तार करो।हे चन्द्र मुकुट धारी नागेश्वर,महिमा तेरी अपरम्पार-सर्वेश्वर इस शिवरात्रि अंतःकरण,सबका ही सुधार करो॥ हे नागेश महेश तेरे तो जप से ही,तर जाए जीवन यात्री,शिव-पार्वती की जोड़ी बम-बम,भोले की आ गई रात्री।दूध भांग बेल धतूरा पुष्प … Read more

जोश में उपवन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* शीत है कम,ताप भाता,जोश में उपवन हुए,सब दिलोंं में प्रीति है,सबके रसीले मन हुए।आज पल बहका रहा,नित कोयलों के गान हैं-ज़िन्दगी है रस भरी,अहसास वाले तन हुए॥ बाग़ में रौनक दिखी,हर एक मस्ताना हुआ,भर गए दिल प्रीति से,इनसान दीवाना हुआ।कामिनी लगती शमां,प्रेमी सभी बौरा रहे-यह वसंती दौर है,मन आज परवाना … Read more

मौसम सुहाना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* प्रीति ने जब कुछ कहा,मौसम सुहाना हो गया,संत का भी दिल खिला,वह भी दिवाना हो गया।लग रहा मधुमास प्रिय,अनुगीत दिल को भा रहे-प्रेम का जल गंग है,जिसमें नहाना हो गया॥ ये वसंती पल भले,देखो सभी को भा गए,दिल भरी रंगीनियाँ,अरमान मानस छा गए।गीत गूँजे प्रेम के,मौसम लुभाने आ गया-उपवनों से … Read more

देखो,छूट न जाए

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* देख परख कर कीजिए,मत का प्रयोग आप,बहुत कीमती है यह एक उंगली की छाप।आस-पड़ोस ऊपर-नीचे,जायें सबके साथ-वोट दिया नहीं सोच कर,रहे ना कोई संताप॥ यह लोकतंत्र का पर्व हमको सफल बनाना है,सौ प्रतिशत मत पडे,यह आँकड़ा छू कर लाना है।भारत भविष्य निर्माण का,यज्ञ है यह पवित्र पावन-वोट अधिकार का सच्चा प्रयोग कर … Read more

ऋतुराज वसन्त

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* गाँठ मन की खुल गई,मधुमास सुखकर लग रहा,गुल खिले हैं ख़ूब ही,अवसाद डर से भग रहा।हैं सतातीं दूरियाँ,अति मिलन,अनुराग तो अब-प्रेम का आवेग है,रस,छंद,मधुरस जग रहा॥ यह कहा मधुमास ने,अब तो बलम से बात हो,दूरियाँ मिट जाँय अब,मिलने सुवासित गात हो।फूल हैं सब दिल जले,दे रहेे संगम की सीख-दिन बनें … Read more

भारतीय संस्कृति

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* भारत नित ही विश्वगुरू है,देता सबको ज्ञान,भारत ने पाया सदा,सबसे ही सम्मान।नीति और नैतिकता मोहक,हम हैं सबसे सुंदर-कला और विज्ञान हमारे,पाते नित यशगान॥ मानवता को हमने जाना,किया प्रेम का गान,करुणा,दया,सत्य,मर्यादा,सद्कर्मों की आन।पूजा हमने चाल-चलन को,सीखा रहना बेहतर-देह नहीं, है रूह की भाषा, नैतिकता का मान॥ तीज और त्यौहारों से तो,चोखा … Read more

हर रिश्ते में नारी

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* माँ से ही सवेरा और माँ से ही होती रात है,माँ की ममता,प्यार अनमोल सौगात है।माँ पास में तो है खुशी दुनिया जहान की-माँ का स्पर्श सुखद मानो प्रथम किरण प्रभात है॥ बेटियाँ ही तो हरदम माँ-बाप पर प्यार लुटाती हैं,बेटियाँ एक नहीं,दो वंशों का उद्धार कराती हैं।नारी जगत जननी है वो … Read more