अकादमी का अभिनव प्रयास ‘हारा वही,जो लड़ा नहीं’ १५ फ़रवरी को
इंदौर(मप्र) | साहित्य में दिव्यांग विमर्श बढ़े और उसके माध्यम से दिव्यांगों के प्रति संचेतना बढ़े,इस उद्देश्य को पूरी तरह समर्पित आयोजन 'हारा वही, जो लड़ा नहीं' को इस बार…
इंदौर(मप्र) | साहित्य में दिव्यांग विमर्श बढ़े और उसके माध्यम से दिव्यांगों के प्रति संचेतना बढ़े,इस उद्देश्य को पूरी तरह समर्पित आयोजन 'हारा वही, जो लड़ा नहीं' को इस बार…
मंडला(मप्र)। अंतर्राष्ट्रीय काव्य परिषद कर्नाटक इकाई के सौजन्य से ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय काव्य गोष्ठी २६ जनवरी को आयोजित की गई। इसमें मंडला के सुपरिचित कवि-लेखक प्रो.(डॉ.)शरद नारायण खरे की विशेष भूमिका…
हैदराबाद( तेलंगाना)। हिंदी के व्याकरण और उच्चारण पहलुओं के अतिरिक्त उसके प्रयोजनमूलक व रोजगारमूलक पहलुओं को भी पढ़ाना चाहिए। आज हिंदी के क्षेत्र में असीम संभावनाएँ हैं। भारत सरकार के…
कोटा(राजस्थान)। कवि चौपाल(कोटा शाखा) की मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन ऑनलाइन सोल्लास हुआ। मंचस्थ अतिथियों में डॉ. रघुनाथ मिश्र ‘सहज’,शाखा के मुख्य संरक्षक-संस्थापक अध्यक्षा डॉ. अंजुल कंसल, विशिष्ट अतिथि सुनीता…
मुम्बई (महाराष्ट्र)। उच्च न्यायालयों में राज्यों की राजभाषा में न्याय-व्यवस्था के लिए ई-बैठक ४ फरवरी शुक्रवार शाम ७ बजे से रखी गई है। हिंदी के लिए लड़ने वाले हरपाल सिंह…
हैदराबाद(तेलंगाना)। केन्द्रीय हिंदी संस्थान (हैदराबाद)द्वारा २ फरवरी को पद्मभूषण डॉ. मोटूरि सत्यनारायण के १२१वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में केंद्र के सभागार में समारोह रखा गया। केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक…
संगोष्ठीसंवाद,समन्वय और सदभाव से बनेगी बात- अनिल जोशी हैदराबाद(तेलंगाना)। अंग्रेजी को छोड़ भारत में सभी भाषा-बोलियॉं संकट में हैं। कतिपय कारणों से हमारे यहॉं भाषा और बोली में एक वैचारिक…
आभासी काव्य गोष्ठी.... इंदौर (मप्र)। लोकप्रिय वेबसाइट हिंदीभाषा डॉट कॉम द्वारा 'गणतंत्र दिवस' पर आयोजित आभासी काव्य गोष्ठी का बहुप्रतीक्षित परिणाम घोषित कर दिया गया है। इसमें पहले विजेता बनने…
जम्मू( काश्मीर)। जम्मू डोगरी भाषा अकादमी की ओर से आभासी कहानी गोष्ठी आयोजित की गई। अध्यक्षता हिंदी साहित्यकार एवं डोगरी भाषा अकादमी के संस्थापक यशपाल 'निर्मल' ने की। जम्मू विश्वविद्यालय…
तमिलनाडु की भाषा राजनीति और उच्च न्यायालय द्वारा जनहित की बात मद्रास (तमिलनाडु)। मद्रास उच्च न्यायालय की पीठ ने शिक्षण संस्थानों में हिंदी को तीसरी भाषा बनाने में क्या कठिनाई…