१९वीं शताब्दी में ही भारतीय संस्कृति और भाषाओं के प्रति काफी रुचि बढ़ गई थी रूस में
मास्को विश्वविद्यालय की प्रो.डॉ.खोखलोवा ने कहा अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में हिन्दी:रूस के संदर्भ में पर व्याख्यान में गुरुग्राम (हरियाणा)l पंद्रहवीं शताब्दी में रूस में भारतीय भाषाओं के प्रति रुचि झलकने लगी थी,जब एक रूसी विश्व यात्री अफनासी निकितिन ने१४६८ में भारत की यात्रा की थी। वर्ष १८०१ में गेरासिम लेबिदेव ने कोलकाता के व्यापारियों … Read more