ऊँचा रहे तिरंगा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** अपना सम्मान तिरंगा... ऊँचा रहे तिरंगा, मिलकर ये गान गाते।वीरों की याद में हम, है अपना सिर झुकाते॥ आता स्वतंत्रता का दिन, हर वर्ष ले उमंगें,श्रद्धांजलि…

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आज़ादी के दीवाने

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़रदेवास (मध्यप्रदेश)****************************************** अपना सम्मान तिरंगा.... आजादी के दीवाने हमनिकल पड़े हैं साथ में।आओ चलें सीमा पर अपनी,लिए तिरंगा हाथ में॥ बड़े त्याग और बलिदानों से,ये आज़ादी पाई है।इसके…

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कभी न झुकने देंगे इसको

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** अपना सम्मान तिरंगा.... भारत की पहचान तिरंगा,माँ भारत की आन तिरंगा।कभी न झुकने देंगे इसको,है अपना सम्मान तिरंगा॥ ये है भारत देश हमारा,प्राणों से भी हमको…

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श्रेष्ठ तिरंगा है प्यारा

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* अपना सम्मान तिरंगा…. तीन रंग का ध्वज फहराएँ, श्रेष्ठ तिरंगा है प्यारा।मातृभूमि पर कल-कल बहती, गंगा सुंदर है धारा॥ क्षैतिज झण्डा शोभित होता, इसकी छठा निराली…

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अमर रहे गणतंत्र हमारा

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************ सम्मान अपना तिरंगा.... अमर रहे गणतंत्र हमारा,जन-गण-मन का नारा है।आसमान पर देख तिरंगा,विश्व गगन का तारा है॥ सदियों से हम ठोकर खाएँ,मिली आज आजादी ये।चलो…

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दुनिया एक मुसाफिर खाना

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** रचनाशिल्प:मात्रा भार १६+१४=३० (ताटक छंद आधारित) किस पर तू इतराए प्राणी, तेरा है नहिं मेरा है,दुनिया एक मुसाफ़िर खाना, केवल रैन बसेरा है। फँसा रहेगा मोह…

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कच्चे धागों में बँधता है प्यार यहाँ

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)**************************************** रक्षा बंधन विशेष.... बचपन की यादों में खोई,घर-आँगन फुलवारी में।खेल-खिलौनों में दिन गुजरा,गुड़ियों की तैयारी में॥अब तो पिय की हुई सहेली,उनसे ही श्रृंगार यहाँ।कच्चे धागों…

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डोरी संग रिश्तों का अहसास

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद विनम्र’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************* रक्षाबंधन विशेष.... कितना अच्छा कितना प्यारा लगता यह त्यौहार है,सभी भाई और बहनों को बहुत भाता यह त्यौहार है। सावन मास की शुक्ल पूर्णिमा को…

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बहना की पुकार

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** रक्षाबंधन विशेष.... रचना शिल्प:मात्रा भार १६+१२=२८ राखी लिये हाथ में बहना, भैया तुम्हें पुकारे।ओ माँ जाये भाई आजा, बहना पंथ निहारे॥ बरसों बीत गये हैं भैया,…

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आजादी का अमृत महोत्सव मनाएँगे

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)**************************************** भारत की यह शान तिरंगा,हर घर में फहराएँगे।देशभक्ति की अविरल धारा,जन मन हृदय बहाएँगे॥ प्राणों से भी प्यारा भारत,कर्म भूमि यह वीरों की।लाख सुतों की…

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