बोधन राम निषाद ‘राज’
कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
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राम कृष्ण की जन्म भूमि पर,
क्यों होता है अत्याचार।
हर पल हर क्षण यहाँ खून का,
होता रहता क्यों व्यापार॥
इतना बड़ा मुल्क है फिर भी,
छाया रहता क्यों आतंक।
जुल्म सितम क्यों ढााते हैं सब,
राजा चाहे या हो रंक॥
मासूमों का हृदय धड़कता,
सहमा-सहमा सा संसार।
राम कृष्ण की जन्म भूमि पर…
इतनी हिम्मत सेना को दो,
मुकाबला कर ले पुरजोर।
नाम निशान रहे ना पाये,
आतंकी का फिर चहुँओर॥
खुली छूट सेनाओं को दो,
अहम फैसले का हकदार।
राम कृष्ण की जन्म भूमि पर…
सबको भी जीने का हक है,
खून खराबा छोड़ें आज।
अमन चैन का गूँजे नारा,
ऊँचा हो भारत का ताजv॥
देशप्रेम की जगे भावना,
हर मानव का हो अधिकार।
राम कृष्ण की जन्म भूमि पर…॥