बिरहन बेचारी
सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’ छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) ********************************************************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष…………… मैं थी इक धरती न्यारी-सी, अपने सूरज की प्यारी-सीl मुझको प्रियतम का प्रेम मिला, मेरे आँचल में फूल खिला। गोदी महकी फिर क्यारी-सी, मैं थी एक धरती न्यारी-सी…ll मेरा बेटा मानव आया, बुद्धिजीवी सुंदर काया। पर उसे आ गया अहंकार, भूला मेरे … Read more