आत्मगौरव भी भरता है गणतंत्र दिवस

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** गणतंत्र दिवस विशेष….. हम सभी जानते हैं कि स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत को अंग्रेजों की लंबी गुलामी से आजादी मिली थी,जबकि गणतंत्र दिवस के दिन भारत गणतंत्र देश बना,क्योंकि उसी दिन से ‘भारत सरकार अधिनियम १९३५’ की जगह भारत का लिखा हुआ संविधान लागू हुआ। अर्थात पूर्ण स्वराज दिवस (२६ … Read more

गले मिल गला काटने वाला नापाक चीनी मांझा…!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** जिस पतंग को उमंगों का प्रतीक माना जाता रहा हो,आज उसी उन्मुक्त उड़ने वाली पतंग की डोर जानलेवा होती जा रही है। संक्रांति पर स्कूटी पर जा रही एक युवती की जान ऐसी ही एक पतंग के चीनी मांझे ने ले ली। उस बदनसीब की जिंदगी की पतंग उड़ने से पहले ही … Read more

यूक्रेन संकटःभारत की दुविधा

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* इस समय यूक्रेन पर सारी दुनिया की नजर लगी हुई हैं,क्योंकि अमेरिका और रूस एक-दूसरे को युद्ध की धमकी दे रहे हैं। जैसे किसी जमाने में बर्लिन को लेकर शीतयुद्ध के उष्णयुद्ध में बदलने की आशंका पैदा होती रहती थी,वैसा ही आजकल यूक्रेन को लेकर हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन … Read more

पंजाब:केजरीवाल ने पैर क्यों खींचे ?

राकेश सैनजालंधर(पंजाब)********************************** सांसद भगवंत मान को पंजाब में आम आदमी पार्टी का मुख्यमन्त्री का चेहरा घोषित किए जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में प्रश्न पूछा जा रहा है कि पार्टी के सर्वेसर्वा दिल्ली के मुख्यमन्त्री अरविन्द केजरीवाल ने इस राज्य में अपने पैर पीछे क्यों खींच लिए ? पिछले ३-४ महीनों से पंजाब की दीवारें … Read more

धर्म और राजनीति में समन्वय आवश्यक

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** ‘राजनीति’ एक ऐसा क्षेत्र है,जो‌ समाज को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सर्वाधिक प्रभावित करता है। ऐसी स्थिति में यदि राजनीति की दिशा और दशा सही नहीं होगी,तो समाज को भारी क्षति पहुँचेगी। इस कारण धर्मतंत्र को चाहिए कि वह राजनीति पर नजर रखे तथा उसके भटकाव को रोके,उसका मार्गदर्शन करे,जन-जागरण करे,आम-जन-मानस … Read more

हमारी प्यारी हिंदी की वैश्विक चमक

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  ***************************************** ‘विश्व हिंदी दिवस’ विशेष….. एक भाषा के रूप में हिंदी हमारी पहचान है। हमारे जीवन मूल्यों,संस्कृति-संस्कार की संप्रेषक व परिचायक है। हिंदी विश्व की सहज सरल वैज्ञानिक भाषा है। हिंदी अधिक बोले जाने वाली,ज्ञानदायक, प्राचीन सभ्यता-आधुनिक प्रगति के बीच सेतु है।वंदेमातरम की शान है। हिंदी,देश का मान है,हिंदी संविधान का गौरव,भारत … Read more

समझदारी से काम लें,हृदय की देखभाल करें

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** यह मानव शरीर परमपिता परमेश्वर की अनमोल संरचना है। इसका मूल्य आप आँक ही नहीं सकते। सभी जानते हैं कि,जब इन्सान माँ के पेट में होता है,तभी से हृदय धड़कना शुरू कर देता है और इंसान की मृत्यु होने पर ही इसकी धड़कन बंद होती है।हम थकावट होने पर आराम करते … Read more

हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उभारने का प्रथम श्रेय शास्त्री जी को

नकुल त्यागीमुरादाबाद(उप्र)********************************** विशेष श्रृंखला:भारत-भाषा सेनानी….. आर्य समाज के प्रसिद्ध नेता,संसद में हिन्दी के ओजस्वी वक्ता,हिंदी एवं संस्कृत के प्रकांड विद्वान पूर्व सांसद स्व. प्रकाशवीर शास्त्री का जन्म ३० दिसंबर १९२३ को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रेहरा गाँव में हुआ था। आगरा विश्वविद्यालय से एम.ए. करने के बाद गुरुकुल वृन्दावन के उप कुलपति नियुक्त किए … Read more

प्रवासी भारतीय और विश्व संस्कृति

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* ९ जनवरी को भारत में ‘भारतीय प्रवासी दिवस’ मनाया जाता है,लेकिन आज इसे लेकर देश में ज्यादा हलचल नहीं दिखाई दी,क्योंकि एक तो नेता लोग चुनाव-अभियान में व्यस्त हैं और दूसरा कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल भी प्रवासी सम्मेलन नहीं हो पाया था। इस महान संस्था की नींव प्रधानमंत्री अटलबिहारी … Read more

धर्म के साथ वर्णित सिद्धांतों का परिपालन अति आवश्यक

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** ‘विश्व धर्म (१६ जनवरी)दिवस’ विशेष…. आज विश्व में अनेक धर्मों का प्रादुर्भाव हो रहा है और सब अपने-अपने द्वारा स्थापित सिद्धांतों पर जोर देते हैं। इससे समाज में दुर्भाव पैदा होता है। सब पंथ अपने पंथ को बढ़ाने के लिए कार्यरत हैं, जबकि हिन्दू धर्म और जैन धर्म प्राचीनतम हैं। जैन धर्म में … Read more