कटु वाणी

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* “क्या हुआ ?”“लक्ष्मी आई है।”“खाक लक्ष्मी आई है। तीसरी बार भी लड़की ही।” और, सासू माँ ने अनिता को वहीं अस्पताल में ही कोसना शुरु कर दिया।शोर-शराबा सुनकर अनिता का ऑपरेशन करके उसके बच्चे की डिलीवरी कराने वाली डॉक्टर बाहर आई और सासू माँ पर गुर्राते हुए बोली-“माँ जी! क्या आप … Read more

अनमोल वक्त

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** नेहा के माता-पिता दफ्तर की व्यस्तता के कारण बेटी को बिल्कुल समय ना दे पाते, जिससे उसकी देख-रेख की जिम्मेदारी उन्होंने आया (रिया) को सौंप रखी थी, लेकिन वह जैसे-जैसे बड़ी हुई; अकेलापन महसूस करने लगी।एक दिन नेहा अपनी माँ से बोली-“माँ, आप लोगों के पास तो मेरे लिए बिल्कुल वक्त ही … Read more

ज़िम्मेदारी-बोझ नहीं

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मीकू ५ साल का था, और चिकी १ वर्षीय उसकी छोटी बहन। उनके पिता तो थे नहीं, पर माँ मीकू पर चिकी की देखभाल की जिम्मेदारी छोड़कर मजदूरी करने जाती थी।मीकू भी पूरी जवाबदारी से यह जिम्मेदारी निभाता था।वह दिन भर खेलता रहता, पर बहन का पूरा ध्यान रखता था। जब … Read more

दल दल-इंसान

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ************************************************ कमल के फूल को देख नवयौवना ने अपनी शंका का समाधान चाहा-‘मित्र कमल ! एक बात बताओ। तुम इस दलदल के साथ रहकर भी एकदम स्वस्थ, सुंदर, निर्मल, पावन, प्रसन्न कैसे रहते हो ? मैं तो इंसानों के बीच रहकर भी हमेशा भयभीत रहती हूँ। वास्तव में आपकी शक्ति और हिम्मत का … Read more

सुकून

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ “अमन…. मैं ऑफिस जा रही हूँ,” राधिका अपने पर्स को उठाते हुए बोली। “ओके बाय टेक केयर…..।”राधिका ने अपनी पुरानी स्कूटी स्टार्ट की और निकलने को तैयार हुई, तभी पड़ोसन ने बोला-“भाभी आपकी स्कूटी पुरानी हो गई है, कार लेलो। आपकी पर्सनाल्टी पर अब यह फबती नहीं है।” राधिका बिना कुछ … Read more

तीसरी पीढ़ी

डॉ.अनुज प्रभातअररिया ( बिहार )**************************** “सुना तुमने, जुगेसर की माँ मर गई..फिर आयेगा मांगने..अब तक तो बीसों बार ले गया। लौटाया एक बार भी नहीं। लिख कर रखा भी है या नहीं, कितने रुपए हुए ?” वर्मा जी की पत्नी क्रोध से तमतमाते स्वर में बोली।सच भी था, जुगेसर को जब कहीं से कोई जुगाड़ … Read more

बाल संरक्षण

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नर्मदा के तट पर शरद बहुत देर खड़ा रहा। उन बच्चों की कारगुज़ारियों को देखता, जानता, परखता रहा। वैसे तो वह कई दिन से उन स्वच्छंद बच्चों पर नज़र रखे हुए था, पर अब उससे रहा न गया, तो उसने ज़िले के बाल संरक्षण अधिकारी को फोन कर दिया। उधर से … Read more

उपेक्षा

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** राज और बबलू दोनों एकसाथ पढते थे। इस कारण दोनों की दोस्ती बहुत अच्छी थी। हर पल दोनों एकसाथ रहते। यह देख बबलू के पिता को अच्छा न लगता था, क्योंकि जहां वह गाँव के सम्पन्न परिवारों में से एक थे, वहीं राज गरीब परिवार का बेटा था। इसीलिए एक दिन बबलू … Read more

तत्पर

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** लगातार बारिश की वजह से दुखिया का घर जलमग्न हो गया था। बारिश का न कमता हुआ देख दुखिया ग्राम पंचायत दफ्तर में मुख्य अधिकारी के पास आई और बोली-“साहब, मेरे घर में बारिश का पानी भर गया है, यदि मुझे कुछ दिनों के लिए रहने का आसरा दे देते तो, आपकी … Read more

जितनी कम, उतनी खुशी

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** आज ज्यों ही रिंकू सारा काम खत्म कर अपने पति (सौरव) के पास आकर बैठी, पहले दफ्तर के अधिकारी का फोन, फिर कर्मचारी का….। यह देख पत्नी झुंझला कर बोली,-“आपको तो जब देखो,…फोन, फोन, काम, काम…. कभी जो २ मिनट खाली मिल जाएं आप! वहीं पड़ोस में धनिया को देखो, रोज ११ … Read more