सुरमई भोर के साए में…

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* जब भी गाँव के खेत में जाता हूँ, हर बार प्रकृति अपने नये मनोरम और लुभावन अंदाज में नजर आती है। प्रकृति अपने मोहक बाहुपाश में…

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वह पिकनिक…!

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** बात आज से लगभग ३० वर्ष पहले की है, जब मैं शाला में पढ़ाया करती थी। प्रति वर्ष सर्दियों में बड़े दिन की छुट्टियों से पहले हम…

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उठो! राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दो

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** प्रेरणास्रोत व्यक्तित्व... किशोरावस्था में बहुत-सी ऐतिहासिक पुस्तकें पढ़ने का सौभाग्य मिला। अनेक लोगों के व्यक्तित्व से मैं बेहद प्रभावित हुई।उनमें से एक महान व्यक्तित्व था विष्णु गुप्त...,…

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पंछियों की उड़ान तले

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* इन दिनों गाँव की यात्रा पर हूँ। असमय हुई धुआँधार बारिश के चलते मौसम खुशमिजाज-सा बन चला है। जहां इस समय मई में लू की लपटें…

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गौराई पूजा, झूले, अमराइयाँ और आनंद

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* आखातीज की राम-राम मित्रों, 'अक्षय तृतीया' साल के साढ़े ३ मुहूर्त में से एक मंगलतम और शुभदिन। किसी भी काम की शुरूआत इस दिन करना मंगलकारी…

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होली की रंग-बिरंगी स्मृतियाँ

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ जूही होली की तैयारियों में व्यस्त थी। लगभग एक हफ्ते पहले से उसने तैयारियाँ शुरू कर दीं थीं, तभी फोन की घंटी बजी थी, प्यारी ननद सीमा…

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पारिवारिक और सामाजिक स्थिति सर्वमान्य होनी चाहिए

डॉ. मीना श्रीवास्तवठाणे (महाराष्ट्र)******************************************* नारी से नारायणी (महिला दिवस विशेष)... "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाःक्रियाः॥"(अर्थ-"जहाँ स्त्रियों की पूजा होती है, वहाँ देवता आनंदपूर्वक निवास करते हैं…

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सपना जो सच हुआ

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मैं जब एम.ए. का विद्यार्थी था, तब मैंने एक दिन नहीं;बल्कि कई दिन सपना देखा था कि मैं बड़े मंच पर एक माइक के सामने खड़ा…

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‘माँ’ सच्ची सारथी

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ 'माँ' दुनिया की सबसे बड़ी ताकत है। मैंने अपनी माँ को नहीं देखा, वह मुझे ४ साल की उम्र में छोड़ कर भगवान के घर…

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महाकुम्भ में बाप-बेटे का धर्म-कर्म

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ "अब फिर मेला शुरू होने वाला है।""अरे बिट्टू यह मेला नहीं, महाकुम्भ है, जहां धर्म, आस्था व सनातन संस्कृति के दिग्दर्शन होंगे, इसे मेला मत…

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