स्वर्ग होगा तो ऐसा ही होगा

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** केदारनाथ यात्रा... गगन को चीरती उतंग धवल पर्वत, पर्वतों के सीने चीर बहती अलकनन्दा, मंदाकिनी। उछलती, लपकती, छलकती गंगा, यमुना, बड़ी नदियों से जल्दी मिलने को आतुर…

Comments Off on स्वर्ग होगा तो ऐसा ही होगा

दुर्दशा देख दिल रो दिया…

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (व द्वारिका-जहाँ भगवान कृष्ण और सुदामा की भेंट हुई थी) मंदिर के अंदर दुकानें सजी हुई थीं। पूजा की सामग्री बेची जा रही थी जिसके…

Comments Off on दुर्दशा देख दिल रो दिया…

प्रभु के मार्ग

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ***************************** मेरा निजी व्यवसाय था,जिसके लिए अक्सर दूसरे शहरों में जाना पड़ता था। ज्यादातर निजी साधन (वाहन) से ही जाता था। २३ वर्ष पहले,उस दिन…

Comments Off on प्रभु के मार्ग

सौतेली माँ

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** क्या बहुत बुरी होती है सौतेली माँ ?आर्थिक कमजोर घर की पढ़ी-लिखी,उम्रदराज सुघढ़ युवती,दस-बारह साल के धनाढ्य २ बेटे-बेटी की सौतेली माँ बन कर आती है।नाना-नानी मौसी…

Comments Off on सौतेली माँ

यशिका

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** सत्य घटना.... आज यशिका को स्कूल आए हुए कई दिन हो गए थे। मुझे आशंका हो रही थी कि कहीं उसकी तबियत ज्यादा ख़राब तो नहीं हो…

Comments Off on यशिका

सच्ची होली

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** रंग और हम(होली स्पर्धा विशेष )… होली का त्यौहार मनाया जा रहा है। बच्चे,बूढ़े और जवान सभी के मन में होली की उमंग चरम सीमा…

Comments Off on सच्ची होली

यात्रा और जीवन

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* आज से ७ वर्ष पहले एक बूढ़ा व्यक्ति रात्रि के ठीक १२ बजे के बाद किसी पशु के सिर व टाँगें लाकर दूर एक इमारत के…

Comments Off on यात्रा और जीवन

पश्चिम से पुन: पूर्व की ओर…

शकुन्तला बहादुर कैलिफ़ोर्निया(अमेरिका) ********************************************************* विश्व हिंदी दिवस' विशेष.... स्वर्ग में सभा जुटी थी। महर्षि पतंजलि उदास बैठे थे। योगिराज श्रीकृष्ण और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भी सभा में थे। तभी नारद मुनि…

Comments Off on पश्चिम से पुन: पूर्व की ओर…

साड़ीवाला…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* मैं ऑफिस जाने के लिए जूता पहन ही रहा था,कि एक मोटा-ताजा आदमी अपने दोनों हाथों में गठरी ले कर मुझे नमस्कार करते हुए और मेरी…

Comments Off on साड़ीवाला…

औचित्यहीन खर्चीले विवाह समारोह

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** मुझे तो आज तक भी समझ नहीं आया कि दिखावे के लिए शादी-विवाह समारोह पर इतना अधिक खर्च क्यों किया जाता है ? एक शादी पर १…

Comments Off on औचित्यहीन खर्चीले विवाह समारोह