पिता के लिए उकेरी श्रेष्ठ भावना:प्रथम विजेता ममता तिवारी और सविता धर
इंदौर(मप्र)। मातृभाषा हिंदी के सम्मान की दिशा में हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार की तरफ से निरन्तर स्पर्धा का क्रम जारी है। इसी कड़ी में 'पिता का पसीना,प्रेम और हम' विषय…
इंदौर(मप्र)। मातृभाषा हिंदी के सम्मान की दिशा में हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार की तरफ से निरन्तर स्पर्धा का क्रम जारी है। इसी कड़ी में 'पिता का पसीना,प्रेम और हम' विषय…
मंडला(मप्र)। दिलीप कुमार अभिनय सम्राट थे,अभिनय की पूरी संस्था थे। आने वाले अनेक अभिनेताओं ने उन्हें अपना आदर्श मानकर अपना करियर प्रारम्भ किया,और दिलीप साब से बहुत कुछ सीखा।यह बात…
भोपाल (मप्र)। के. बी. हिंदी सेवा न्यास(उप्र) द्वारा षष्टम अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान-२०२० से डॉ. अरविन्द जैन (भोपाल) को सम्मानित किया गया है। हिंदी भाषा के विकास,उन्नयन,साहित्यिक, कला-संस्कृति में सक्रिय एवं…
मंडला(मप्र)। सतीशराज पुष्करणा लघुकथा के मसीहा थे। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर लघुकथा को मान्यता दिलाने व प्रतिष्ठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उनकी सृजनात्मक क्षमता को मैं नमन…
मुम्बई (महाराष्ट्र )। अंतर्राष्ट्रीय हिंदी परिषद महिला प्रकोष्ठ मुम्बई द्वारा काव्य लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।प्रविष्टियाँ भेजने वालों को सहभागिता प्रमाण-पत्र भेजा जा चुका है। अब समस्त विजेताओं को…
मंडला(मप्र)। 'कोरोना' काल में रची गई कविताओं की ऑनलाइन प्रस्तुति का कार्यक्रम सिद्धेश्वर के संयोजन में आयोजित हुआ। इसमें विशिष्ट अतिथि प्रो.(डॉ) शरद नारायण खरे (म.प्र)ने कहा कि कोरोना काल…
दिल्ली। हिन्दी लघुकथा साहित्याकाश के दैदीप्यमान सूर्य और पितामह डॉ. सतीश राज पुष्करणा (महेन्द्रु पटना) नहीं रहे। लघुकथा जब संघर्ष के दौर में थी तो,डॉ. सतीशराज ने लेखन का बीड़ा…
मासिक प्रतियोगिता.... इंदौर। देश की संस्कृति को सहेजने,लेखकों को प्रोत्साहन और मातृभाषा हिंदी के सम्मान की दिशा में हिन्दीभाषा डॉट कॉम परिवार के प्रयास सतत जारी हैं। इसी निमित्त 'सौहार्द'…
मंडला(मप्र)। लोगों में यह गलत भ्रम फैलाया गया है कि जो समझ में ना आए,वह आधुनिक कला है। हमें हर चीज दिखलाई नहीं पड़ती,किंतु उसका अस्तित्व होता है !अमूर्त से…
इंदौर (म.प्र.)। 'धीरे-धीरे रे मना,धीरे सब कुछ होय,माली सींचे सौ घड़ा,ऋतु आए फल होए॥' कबीरदास जी द्वारा रचित उपरोक्त दोहा धैर्य व संतोष की शिक्षा देता है। ऐसे ही विरले…