धीमा जहर है मोबाइल लेकर सोना

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** विज्ञान वरदान के साथ अभिशाप भी होता है। आज मोबाइल हमारे जीवन का अनिवार्य अंग बन गया है और जो उपयोग करते हैं, वे मोबाइल के व्यसनी हो जाते हैं। यह सामान्य बात है, और इस आदत के कारण हम शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, आर्थिक और अनैतिकता के कारण अधिक हानियां उठा रहे हैं। … Read more

‘सकारात्मकता’ ही मानसिक अवसाद का इलाज

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* आधुनिक समय में प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने संघर्षों से जूझ रहा है। एक से एक बढ़कर आकर्षित रहन-सहन, ऊँचे-ऊँचे पद पर स्वयं को आसीन करने की तीव्र इच्छा, उच्च शिक्षा के लिए अधिक से अधिक अंक प्राप्त करने की लालसा, परिवारिक रिश्तों में आपसी छोटी-छोटी बातों को लेकर तनाव, अनुवांशिक बीमारी, दीर्घकालीन … Read more

सम्मानपूर्ण जीवन का अवसर दें हर कल्याणी को

ललित गर्गदिल्ली ************************************** किसी भी समाज में वैवाहिक जीवन साथी विशेषतः पति की मृत्यु हो जाने के बाद पत्नी की हालत काफी चिंताजनक हो जाती हैं। एक शादीशुदा महिला ने जो सपने शादी से पहले अपनी आने वाली जिंदगी के लिए देखे होते हैं, वो सब टूट जाते हैं। यही नहीं, आज भी हमारा समाज … Read more

भाईचारे से खिलवाड़ कब तक ?

ललित गर्गदिल्ली ************************************** देश लम्बे समय से शांत था, एकाएक एक वर्ग-विशेष एवं कतिपय राजनीतिक दलों को यह शांति, साम्प्रदायिक सौहार्द एवं अमन-चैन की स्थितियां रास नहीं आई और उन्होंने साम्प्रदायिक भाईचारे एवं सौहार्द को खण्डित करने का सफल षडयंत्र रच दिया, लेकिन सर्वाेच्च न्यायालय ने अलग-अलग मामलों में यह बिल्कुल साफ कर दिया कि … Read more

‘नारी’ की पूजा तो फिर अत्याचार

ललित गर्गदिल्ली ************************************** नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस)…. नारी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन तथा मातृशक्ति की अभिवंदना का एक स्वर्णिम अवसर है ‘विश्व नारी दिवस।’ यह नारी की महिमा को उजागर करने वाला ऐतिहासिक दिन है। आखिर नारी को ही ‘माँ’ का महत्वपूर्ण पद और संबोधन मिला। कारण की मीमांसा करते हुए अनुभवविदों ने … Read more

नारी जीवन समाज संरचना का आधार

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस)…. नारी और जीवन के अनगिनत मनोभाव व विचार युगों से यदा-कदा प्रकट होते ही रहे हैं। हिंदी कवियों की कविताओं में नारी की पहचान कभी ‘ श्रद्धा सुमन’ बन जाती है तो कभी ‘अबला।’ अन्य भाषाओं की रचनाओं में है-भाव भंगिमा में श्रृंगार रस की … Read more

श्रेष्ठ व्यक्ति होता है़ ज्ञान दाता

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. यह सर्वविदित तथ्य है कि शिक्षा से ज्ञान प्राप्ति होती है। यही ज्ञान वर्द्धन व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखार देता है यानि ज्ञान से ही सर्वांगीण विकास सम्भव है। यहाँ सर्वांगीण विकास से मतलब विनय, पात्रता,धन,धर्म व सुख सभी कुछ,और यही सारे तथ्य बहुत पहले … Read more

नशे से जन-धन की घोर हानि

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस-२६ जून विशेष…. नशा एक ऐसी बुराई है,जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती है। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता है। युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित है। सरकार इन पीड़ितों को नशे के चुंगल से छुड़ाने … Read more

सहनशीलता के संग ज़मीर की जंग

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ******************************************** सहनशीलता के संग ज़मीर की जंग सदैव ही मानवजाति के पुरुषार्थ,संयम,धैर्य,साहस,आत्मबल और आत्मविश्वास की परीक्षा मानी जाती रही है। जीवन में कर्तव्य पथ पर रहते हुए मनुष्य को अनेक बाधाओं,निन्दा और अपनों द्वारा प्रदत्त अपमानों और दुःखों को सहना पड़ता है। तब लोगों के धैर्य और विश्वास डगमगाने लगते … Read more

मित्रता-एक आत्मीय सम्बन्ध

अल्पा मेहता ‘एक एहसास’राजकोट (गुजरात)*************************************** संसार में एक ही रिश्ता ऐसा होता है,जिसका चयन व्यक्ति खुद करता है,बाकी सब रिश्ते तो पहले से ही निश्चित होते हैं। माँ,पिता,भाई,बहन,चाचा,मामा… सब रिश्ते जन्म के साथ ही निर्धारित होते हैं,बस मित्रता ही एक ऐसा इकलौता रिश्ता है जिसका चयन व्यक्ति खुद मर्जी से कर सकता है,मतलब यह जबरदस्ती … Read more