मेरी प्यारी माँ
डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** आदाबो एहतराम ऐ मेरी माँ तुझे,झुक-झुक करूं सलाम ऐ मेरी माँ तुझे। बाँहों के पालने में झुलाती रही मुझे,लोरी हरेक रात सुनाती रही मुझे। अच्छे-बुरे का पाठ पढ़ाती रही मुझे,दुनिया की बदनज़र से बचाती रही मुझे। कंधे पे जग की सैर कराती रही मुझे,गोदी में लेके लाड़ लड़ाती रही मुझे। … Read more