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माहौल

रेणू अग्रवाल
हैदराबाद(तेलंगाना)
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दुनिया को डरा रही है मौत की परछाइयाँ,
सब ही समझ रहे हैं इसकी गहराइयाँ।

कैसा राक्षस है ये क़फ़न बेचने वाला,
अब भी उसे तो चाहिये मीठी मिठाईयां।

लाशों पर अपनी रोटियाँ सेंकने वालों,
आएगी कभी तो तुम्हारी भी बारियाँ।

क्यों हवा में भयानक ज़लज़ला आया है,
प्राणवायु के लिये मजबूर भरते सिसकारियाँ।

जो दवाई मुफ़्त में दे सकते हैं नेता मिलकर,
लोगों को मिलती है वहीं से रुसवाईयाँ।

जान संभाले,नौकरी या घर संभाले,
हरेक को बाहर लाती है रोज़ मजबूरियाँ।

जिनके पेट भरे हैं दौलत का अंबार लगा है,
उन्ही लोगों को भाती है सुहानी तन्हाईयाँ।

ख़ुश है वही कुनबा जो लबरेज़ है नेमतों से,
उनकी सूरत पर अब भी दिखती है रानाइयाँ।

दहशत के साये में साँस-साँस है अटक रही,
हुक्मरान देते ही रहते हैं फ़क़त परेशानियाँ।
वोट मांगने आते हैं मीठे छुरे बनकर ही,
जनता समझती नहीं उनकी चालाकियाँ।

ॐ शांति लिख-लिख थक चुकी है उँगलियाँ,
सरकार को दिखती नहीं उसी की मक्कारियाँ।

जवान बूढ़ा हो या बच्चा सभी है मजबूर यहाँ,
पसीने से है भीग रही सभी की पेशानियाँ।

दगाबाज है राजा यहाँ मंत्री सभी बिके हुए,
बीमार को बिस्तर नहीं,है संतरी की हैवानियाँ।

चार क़दम आगे चल रही मौत सबके लिये,
नहीं बजती बारात की विदाई की शहनाइयाँ।

शादियाँ होती जैसे मय्यत है निकल रही,
चार इधर से-चार उधर से आते हैं बारातियाँ।

ख़ुश है पंछी सुबह आवाज़ें है आती,
गूँजती राहों पर पंछियों की किलकारियाँ।

लहराते-इतराते पेड़-पौधे राहों पर,
क़ुदरत ख़ुश है दूर है इंसान की शैतानियाँ।

कुछ काम होता नहीं अब संसार में,
सृष्टि है लहराती देखती मानव की लाचारियाँ।

मयख़ाने ज़ोरों में चलते,बन्द सब स्कूल-कालेज,
घर बैठे नौकरी करती देखो अब जवानियाँ।

नेमतें बरसाओ ए दुनिया चलाने वालों,
‘रेणू’ समझ रही है है सब तेरी मेहरबानियाँ॥

परिचय-रेणू अग्रवाल की जन्म तारीख ८ अक्टूबर १९६३ तथा जन्म स्थान-हैदराबाद है। रेणू अग्रवाल का निवास वर्तमान में हैदराबाद(तेलंगाना)में है। इनका स्थाई पता भी यही है। तेलंगाना राज्य की वासी रेणू जी की शिक्षा-इंटर है। कार्यक्षेत्र में आप गृहिणी हैं। सामाजिक गतिविधि के तहत समाज में शाखा की अध्यक्ष रही हैं। लेखन विधा-काव्य(कविता,गीत,ग़ज़ल आदि) है। आपको हिंदी,तेलुगु एवं इंग्लिश भाषा का ज्ञान है। प्रकाशन के नाम पर काव्य संग्रह-सिसकते एहसास(२००९) और लफ़्ज़ों में ज़िन्दगी(२०१६)है। रचनाओं का प्रकाशन कई पत्र-पत्रिकाओं में ज़ारी है। आपको प्राप्त सम्मान में सर्वश्रेष्ठ कवियित्री,स्मृति चिन्ह,१२ सम्मान-पत्र और लघु कथा में प्रथम सम्मान-पत्र है। आप ब्लॉग पर भी लिखती हैं। इनकी विशेष उपलब्धि-गुरुजी से उज्जैन में सम्मान,कवि सम्मेलन करना और स्वागत कर आशीर्वाद मिलना है। रेणू जी की लेखनी का उद्देश्य-कोई रचना पढ़कर अपने ग़म दो मिनट के लिये भी भूल जाए और उसके चेहरे पर मुस्कान लाना है। इनके लिए प्रेरणा पुंज-हर हाल में खुशी है। विशेषज्ञता-सफ़ल माँ और कवियित्री होना है,जबकि रुचि-सबसे अधिक बस लिखना एवं पुरानी फिल्में देखना है।

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