रामकथा के प्रथम अन्वेषक फादर कामिल बुल्के

प्रो. अमरनाथकलकत्ता (पश्चिम बंगाल)****************************************** हिन्दी योद्धा………….. बेल्जियम से भारत आकर यहां की नागरिकता स्वीकार करने वाले,हिन्दी को अपनी माँ,राम को अपना आदर्श और तुलसी के प्रति अटूट श्रद्धा रखने वाले डॉ. फादर कामिल बुल्के रामकथा पर गंभीर शोध करने वाले पहले अनुसंधित्सु हैं। ‘रामकथा–उत्पत्ति और विकास’ आज भी रामकथा पर सर्वश्रेष्ठ शोध कार्य माना जाता … Read more

‘तानाशाही’ की बासी कढ़ी और सोनिया गांधी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अब फिर देश को बासी कढ़ी परोस दी। माँ ने बेटे को भी मात कर दिया। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन के भूमिपूजन समारोह में बोलते हुए वे कह गईं कि देश में ‘गरीब-विरोधी’ और ‘देश-विरोधी’ शक्तियों का बोलबाला बढ़ गया है। ये शक्तियां देश में तानाशाही … Read more

पितृ पक्ष:भरपूर आशीर्वाद प्राप्ति

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************** इस वर्ष २ से १७ सितम्बर तक पूरे १६ दिनों का पितृ पक्ष है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए,पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने एवं पितृ दोष निवारण के लिए ये दिन अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। पूरे साल की अमावस्या तथा इन दिनों पितृ तर्पण,पिंड दान,ब्राह्मण भोजन,दान,कुआं-तालाब का निर्माण,पौधरोपण,नारायण बलि-नाग … Read more

भारत के आर्थिक मामलों में अग्रणी रहे प्रणव मुखर्जी

संदीप सृजनउज्जैन (मध्यप्रदेश) ****************************************************** समन्वय और समरसता की मिसाल रहे भारत के १३वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपने जीवन के ८४ वर्ष पूरे कर अनन्त की यात्रा पर निकल गए। २१०२ से २०१८ तक इस पद पर रहे प्रणब दा भारत के राष्ट्रपति बनने से पहले भारत सरकार के वित्त मंत्री भी रहे। भारत के आर्थिक मामलों,संसदीय … Read more

मादक पदार्थ और ‘सोम’ में कोई एकरूपता नहीं

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)******************************************************** आज के सनसनीखेज समाचारों में ड्रग्स (नशीले-मादक पदार्थ)का नाम अवतरित हो जाता है। मादक पदार्थ का सेवन समाज के पैसे वाले लोगों में करने की बात सुनी जाती है। वर्तमान समय में मादक पदार्थ ने अपना नाम समाज को खूब बाँटा है। जिसके लिए मादक पदार्थ आकाश-कुसुम की तरह … Read more

मीडिया में रिया चालीसा का ही जाप क्यों ?

ललित गर्गदिल्ली ******************************************************* भारत में एक नई आर्थिक सभ्यता और एक नई जीवन संस्कृति करवट ले रही है,तब उसके निर्माण में प्रभावी एवं सशक्त भूमिका के लिए जिम्मेदार दोनों मीडिया शायद दिशाहीन है। १३० करोड़ की आबादी का यह देश कोरोना एवं अन्य जटिल समस्याओं से जूझ रहा है,इन समस्याओं एवं अन्य समस्याओं से लड़ते … Read more

कांग्रेस के ‘राजनीतिक कोरोना’ का टीका संभव ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  **************************************************************** कोविड-१९ विषाणु का टीका(वैक्सीन)तो देर-सबेर बन ही जाएगा,लेकिन देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के आंतरिक कोरोना विषाणु का कोई टीका शायद ही बन पाए। और बन भी गया तो कारगर शायद ही हो पाए। यह बात इसलिए उठी कि,कल तक कांग्रेस और राहुल को कोसने वाली शिवसेना ने कांग्रेस में ताजा … Read more

जातिय नहीं,शैक्षणिक आरक्षण दें

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************************** सर्वोच्च न्यायालय ने एक बार फिर जातिय आरक्षण के औचित्य पर प्रश्न-चिन्ह लगा दिया है। ५ जजों की इस पीठ ने अपनी ही अदालत द्वारा २००४ में दिए गए उस फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है,जिसमें कहा गया था कि आरक्षण के अंदर (किसी खास समूह को) आरक्षण देना अनुचित है … Read more

प्रतियोगिता

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** जानवरों ने मिलकर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया,जिसका विषय था-“इस जगत में सबसे स्वार्थी और कुटिल प्राणी कौन है ?”सबने अपने-अपने हिसाब से उत्तर लिखे,किंतु कुत्ते को प्रथम पुरस्कार दिया गयाl उसका उत्तर था- “मनुष्य,’क्योंकि हम रोते हैं तो वह हमें मार-मार कर भगा देते हैं और हँसते हुए इंसान को पैर … Read more

धोनी को लिखे प्रमं के पत्र पर बवाल और भाषाई राजनीतिक चाल

हिंदी से जुड़े कई मंचों पर एक चर्चा हो रही है कि,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महेंद्र सिंह धोनी को जो पत्र लिखा है वह अंग्रेजी में क्यों लिखा गया है,हिंदी में क्यों नहीं ? यह इसलिए भी महत्त्वपूर्ण हो जाता है,क्योंकि प्रधानमंत्री सामान्य वार्तालाप हिंदी में करते हैं,उनकी हिंदी भी अच्छी है,जबकि अंग्रेजी सामान्य है। … Read more