आरजू

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** मेरे-तेरे कहने के चक्कर में,निकल गए दिन-महीने-सालपर दिल की बात आज तक,जुबां से कह नहीं पाएपर मोहब्बत दोनों देखकर,एक-दूजे से करते रहेऔर दिल में मोहब्बत के,दीप जलाते…

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सिद्धेश्वर की कहानियाँ समाज के मुखौटे को उतारने में पूर्णतः सफल-प्रो.शरद नारायण खरे

ऑनलाइन कथा पाठ.......... मंडला(मप्र)। सिद्धे्वर जी की कहानी 'बसेरा' रिश्ते-नातों की ख़त्म होती मिठास,गिरते मूल्यों व ख़ुदगर्ज़ होते इंसानों की सच्चाई को परोसती एक ऐसी मार्मिक कथा है,जिसमें पुत्र स्वार्थी…

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उनकी मेहनत की निशानी

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. देखो मित्र,यह मेरे पिताजी की साइकिल पुरानी है,पिताजी की साईकल,उनकी मेहनत की निशानी है। साईकल से परिवार का पालन-पोषण…

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मन में सजी पिता जी की साईकल

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. वो अभी भी वैसे है खड़ी,मेरे मन मस्तिष्क में अड़ीस्मृतियों के झरोखे में भली,मेरे पिता जी की साईकल।…

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थी हमारी ख़ुशियों का खज़ाना…

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)******************************** मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. कुछ ख़ुशियाँ हमारी अभिव्यक्ति से परे होती हैं,जीते हैं शान से ऐसी,सपनों की ज़मी होती है…। बचपन में पिताजी की साइकिल…

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पिताजी की साईकल एक

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. साईकल सुंदर एक,पिताजी नित्य चलाते।चढ़कर उस पर ही रोज,काम करने है जाते॥ छोटी-सी उनकी चाह,हमें खुश रखना हर पल,जिम्मेदारी…

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मोटर-कार से कहीं ज्यादा

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. पूर्ण वयस्कमैं बालक नौनिहाल,उड़न तश्तरी-सा भरती उर रसमन में उठते कई सवाल।मेरे पिता जी की साईकिल… मैं अदना-सासाईकिल सर के…

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घर की सदस्य ही होती

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. अपनी गाढ़ी कमाई से पिताजी लाए साइकिलमेरा सातवें आसमान में उछलने लगा था दिल,कलेवा बांध और उस पर टीका…

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दुनिया का सबसे ‘अमीर’ व्यक्ति

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. 'सोना….सोना..सुन,देख क्या वो 'भंगार' वाला आया है ?' सीमा ने अपनी बेटी को आवाज लगाते हुए बोला।'क्या…मम्मी ? अभी…

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कर्मपथ की साथी साईकिल

डॉ.अर्चना मिश्रा शुक्लाकानपुर (उत्तरप्रदेश)*************************************** मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष..... लोमश ऋषि की पदधूल में रचा-बसा गाँव लोमर जिला बाँदा उत्तर प्रदेश मेरी जन्मस्थली है, लेकिन मेरी बचपन की…

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