एहसास हूँ

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** कोई न हो पास,पर उसकी उपस्थितिका हो आभास,यही है एहसास। एहसास मधुर संबधों,की बुनियाद हैइससे हम अपने प्रियतम,को करते याद हैं। एहसास के सहारे,जिंदगी कट…

Comments Off on एहसास हूँ

ईद का चाँद

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* कितनी ठसक से बैठा,आसमां के सिंहासन परविश्व तम को चीर कर,रौबीला मनमोहक चाँद। तारिकाओं की सेना लाकर,दस दिशि अमृत छलकाकरठंडक का रसपान करा कर,मन का…

Comments Off on ईद का चाँद

सुखिया और हरियाली

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ************************************************ पेड़ विहीन इस गाँव में हरियाली हेतु वन विभाग ने तीन वर्ष पूर्व समस्त गाँव वासियों को विभिन्न प्रकार के शीघ्र बढ़ने वाले पौधे वितरित कर उनकी…

Comments Off on सुखिया और हरियाली

स्वयंवर

रोहित मिश्रप्रयागराज(उत्तरप्रदेश)*********************************** पुराने समय में मगध देश में विश्वजीत नाम के राजा राज करते थे। विश्वजीत अत्यंत ही पराक्रमी और वीर योद्धा थे। उन्होंने अपनी ताकतवर सेना के बल पर…

Comments Off on स्वयंवर

मौन से न्याय सम्भव नहीं

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ********************************************** मौन से न्याय कदापि सम्भव नहीं है,जबकि यह कहना अधिक उपयुक्त होगा कि मौन रहकर स्वयं द्वारा स्वयं से अन्याय करना है और…

Comments Off on मौन से न्याय सम्भव नहीं

मन्दिर-मस्जिद बंद पड़े

बोधन राम निषाद राज 'विनायक'कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************ मन्दिर-मस्जिद बंद पड़े हैं,मदिरालय गरमाया है।रिश्ते-नाते टूट रहे हैं,कैसा दिन अब आया है॥ आज अकेला हर मानव है,जाने क्या होने वाला।गम की चिंता दूर…

Comments Off on मन्दिर-मस्जिद बंद पड़े

चलो,रोटी को आवाज दें

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************* चलो हम आज रोटी को आवाज दें,पेट की उम्मीदों को नई परवाज़ दें। हमारी बस्ती में भी वो लगाए डेरा,गरीबों की गली में भी लगाए…

Comments Off on चलो,रोटी को आवाज दें

जीवन का विश्वास

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** धरती से मिटा सकता कोई भी न जीवन को,संतान बना रखती धरती ही तो जीवन को। दस्तूर जो कुदरत के दुनिया में बने होते,इनको…

Comments Off on जीवन का विश्वास

‘कोरोना’ से जीत का दस्ता

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** 'कोरोना' का दौर है जारी,सर्वत्र संकट है बड़ा भारीइस संकट के गहरे सागर में,दिखती नहीं नाव हमारी,कोरोना का कहर है भारी। देखता हूँ बस एकटक,और…

Comments Off on ‘कोरोना’ से जीत का दस्ता

‘माँ’ पर सुनाई सुंदर रचनाएँ

इंदौर (मप्र)। ईश्वर द्वारा बनाई गई श्रेष्ठ कृति है माँ। माँ ईश्वर का ही दूसरा रूप है। माँ से ही मानव का अस्तित्व है। माँ शब्द में पूरी कायनात समाई…

Comments Off on ‘माँ’ पर सुनाई सुंदर रचनाएँ