कोरोना वायरस

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** 'कोरोना' यह वायरस,जो मानव की देन। इतना ताकतवर हुआ,पल-पल देता पेन। पल-पल देता पेन,नाक बहने लगती है। आती रहती छींक,देह तपने लगती है। इसका…

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रंग चढ़ने लगा

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) *********************************************************************************** होली का रंग चढ़ने लगा है, फगुआ बसंत बढ़ने लगा है। नाचने गाने वाले निकल आये- देखो बसंत खिलने लगा है॥ परिचय–शशांक मिश्र का साहित्यिक…

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होली आयी है

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** होली आयी है आयी है होली आयी है, सब खुशियों रंगों की थाल सजायी है। शान्ति प्रेम सौहार्द्र आपसी भेंट सजाकर लायी है,…

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होली का रंग

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** तुम्हें कैसे रंग लगाएं, और कैसे होली मनाएं ? दिल कहता है होली, एक-दूजे के दिलों में खेलो क्योंकि बहार का रंग तो, पानी से धुल…

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उठो,चल पड़ो लेकर प्रभु का नाम

ममता बैरागी धार(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** बहुत पढ़ लिया इतिहास,अब रचने की बारी है, कहानी,कविताएं नहीं,कुछ करने की बारी है। आओ आज फिर से एक बात नई करें हम, और इस जीवन…

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सउदी अरब में तख्ता-पलट ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** सउदी अरब के राज-परिवार में जबर्दस्त उथल-पुथल मची हुई है। बादशाह सलमान ८४ साल के हो गए हैं। वे अस्वस्थ भी रहते हैं। राज-परिवार के…

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हटा दें ये मज़हब की दीवार

रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’ दिल्ली(भारत) ************************************************************ लाल लहू की खूनी होली,जल गये सब हाट बाजार, प्रेम-मिलन सौहार्द भाव की,होली फिर से आजा एक बार। होलिका माता से करूँ पुकार,अब…

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संवेदना शून्य इंसान

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* कहने-सुनने की आदत, कहाँ रह गयी अब। उंगलियों से टाइप किया और संदेश को पहुंचाते अब। भावनाएं हो गयी अब नि:शब्द, इंसां हो…

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प्रेम का रोग छाया

डी.पी. लहरे कबीरधाम (छत्तीसगढ़) **************************************************************************** (रचना शिल्प:बहर-२१२ २१२ २१२ २) आग सी क्यूँ लगी है जहन पर। प्रेम का रोग छाया बदन पर। चाहता हूँ तुझे इस तरह मैं, चाँद…

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हमें भी हक़ है

रौशनी अरोड़ा ‘रश्मि’  दिल्ली ****************************************************************************** हक़ है,हक़ है,हक़ है! सुनो, हम नारियों को भी हक़ है। है हक हमें भी अपनी ज़िन्दगी को आज़ादी से जीने का, अपने ख़्वाबों को…

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