प्रेम मेरा
पवन प्रजापति ‘पथिक’पाली(राजस्थान)****************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... आज जो ये चेहरा तुम्हारा,फूलों-सा है खिला हुआलेकिन समय के साथ इसको,कल मुरझाना ही होगाl गालों की लाली जो तेरी,चहुं ओर…
पवन प्रजापति ‘पथिक’पाली(राजस्थान)****************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... आज जो ये चेहरा तुम्हारा,फूलों-सा है खिला हुआलेकिन समय के साथ इसको,कल मुरझाना ही होगाl गालों की लाली जो तेरी,चहुं ओर…
प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)************************************************ काव्य संग्रह हम और तुम से.... तुम साथ हो,तो जीने का अहसास है।तुमसे ही,अपने होने का अहसास है। जीवन का साथ मिला,कभी कमतोकभी,ढेर-सा प्यार मिला। तुम…
पूनम दुबेसरगुजा(छत्तीसगढ़) **************************** काव्य संग्रह हम और तुम से..... मेरे हमसफ़रमेरा प्यार…।साथ तुम्हारा पाया है,कटता कैसे तुम बिन,इतनी कठिन ऐसी डगर।ओ मेरे हमसफ़र… छूटा जब बाबुल का आँगन,संग तुम्हारे आ गई…
सुश्री नमिता दुबेइंदौर(मध्यप्रदेश)******************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... प्रिये,तुम उस दिन अपने में डूबी,शीतल बयार की सिहरन में सिकुड़ी बैठीकिसी ख्वाब की तरह स्वेटर बुन रही थी।मेरे आने से,तुम…
ओम अग्रवाल ‘बबुआ’मुंबई(महाराष्ट्र)*********************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... दिल धड़कता इश्क़ से ही,इश्क़ से चलती है श्वांस,इश्क से है लाल शोणित,इश्क जीवन की है प्यास। इश्क़ रांझा-हीर का था,इश्क़…
निशा निइ्क ‘ख्याति’दिल्ली *************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... सुनो,खुद को तुम खो दो मेरे हो के,मैं सब-कुछ भूल जाऊँ तुम्हें याद करके। बाँहों में तुम्हारी जब आऊँ तो…
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से.... प्रेम करो निस्वार्थ भाव से,स्वार्थ प्रेम नहीं है।त्याग और विश्वास जहाँ हो,सच्चा प्रेम वही है॥ बिना प्रेम के ये जीवन…
डॉ. मेनका त्रिपाठीकनखल(हरिद्वार)********************************** काव्य संग्रह हम और तुम से..... नीड़ तुम प्रिय,मैं विहग तुम्हारी भोली-भाली।घनी छाँव प्रेम तुम्हारा,डग साहस से भरा हुआएक सीमित दायरे से बाहर लाकर,दिखला कर चाँद मुझेमुस्कराते…
मीना विवेक जैनबालाघाट(मध्यप्रदेश)************************************ काव्य संग्रह हम और तुम से.... मेरी जिंदगी के जो अहसास हैं,मेरे प्रिये वो सब कुछ तेरे साथ हैंl मेरी आत्मा की आवाज तुम हो,मेरे शब्द-संगीत-सुर-ताज तुम…
निशा गुप्ता देहरादून (उत्तराखंड) ********************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... मत कर जोरा-जोरी साजन,लाज से मैं मर जाऊंगीभीगे साड़ी,भीगे चोली,कैसे! बता घर जाऊंगी। ठंडी-ठंडी रंग की फुहारें,तन को अगन लगाती…