रोते-रोते हँसा

प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)************************************************ उस दिन…मैं रोते-रोते हँसाजिंदगी के उस दौर में,…जब…हकीकतों का सामना हुआ।खुद से,लड़ते-लड़ते जबखुद का सामना हुआ। उस दिन…आईने में,खुद को देख करमैं रोते-रोते हँसाl क्यों…?डर को…

Comments Off on रोते-रोते हँसा

कर्म में अटल थे

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. सहज सरल थे स्वभाव से शहद जैसे,वे तो मात-पितु के सुकर्मों का फल थे,अति विद्वान ग्यानवान गुणवान महा,भारत की आन-बान-शान…

Comments Off on कर्म में अटल थे

हे अटल तुम्हें शत-शत प्रणाम

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ***************************************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. हे महा हृदय,हे जननायक,भव मध्य सिंधु,हे गगन इंदु।हे महाभाग,गौरव हिमगिरि,हे दैन्य द्रवित,हे अमर बिंदुllभारतीयता,अवलंबन,हे ज्ञानवन्त,हे परम संत।हे धर्म परायण,युगदृष्टा,हे…

Comments Off on हे अटल तुम्हें शत-शत प्रणाम

राष्ट्र के सच्चे हितैषी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी,की कवि व्यक्तित्व वाली शैली थी। थे प्रधानमंत्री भारतवर्ष के,राष्ट्र के सच्चे…

Comments Off on राष्ट्र के सच्चे हितैषी

अटल जी एक दृष्टांत

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)************************************************************ श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. हिन्दी भाषा जिसके प्राण हैं,अटल जिसका इरादा हैहिंदुस्तान के बिहारी हैं-आप वाजपेयी जी,विश्व प्रणम्य हैं। बाल ब्रह्मचारी,सीधा सादा,कोमल…

Comments Off on अटल जी एक दृष्टांत

श्री अटल बिहारी वाजपेयी

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष.......... सादगी से परिपूर्ण था जो,रहा अटल जो जीवन भर।कभी रुका ना कभी झुका ना,कोई नहीं था हमसफर॥ भारत…

Comments Off on श्री अटल बिहारी वाजपेयी

मोहन धरा उबारिये

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)********************************************* गोवर्धन धारण किये,इंद्र कोप से आप।मोहन धरा उबारिये,कोरोना संताप॥ घूम रहा है दैत्य बन,देखो देश विदेश।गिरधारी रक्षा करो,कोरोना है क्लेश॥ उथल-पुथल चहुँ ओर है,निराकार आकार।महाकाल…

Comments Off on मोहन धरा उबारिये

एक कदम अस्मिता की ओर जरूरी

अल्पा मेहता 'एक एहसास'राजकोट (गुजरात)*************************************** खोयी हुई अस्मिता पानेबरसों से जूझ रहा हूँ,अपने ही इंडिया मेंमैं खुद को खोज रहा हूँ,ज़हर के घूंट पी-पी केबद से बदतर काम कर रहा…

Comments Off on एक कदम अस्मिता की ओर जरूरी

क्या तुम…?

डॉ. रामबली मिश्र ‘हरिहरपुरी’वाराणसी(उत्तरप्रदेश)****************************************** क्या तुम सच में प्यार करोगे ?या मारोगे और मरोगे ?? सच बतलाओ झूठ न बोलो,क्या मुझको स्वीकार करोगे ?? सोच-समझकर बतलाओ प्रिय,क्या मुझ पर एतबार…

Comments Off on क्या तुम…?

मुझे भी जीने दे

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** शान से जी,गर दौलत-ताक़त पास है तेरे,मगर मुझे भी जीने दे,हक़ मेरा भी हैl मंदिर-मस्ज़िद,गिरजे-गुरद्वारे,गर हैं तेरे,मैंने दिल में बसा रखा,रब मेरा भी हैl…

Comments Off on मुझे भी जीने दे