ढेरों खुशियां लाया है

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** 'बड़े दिन की छुट्टी' स्पर्धा  विशेष......... बड़ा दिन आया है, ढेरों खुशियां लाया है। सांता क्लॉज आता है, ढेरों उपहार लाता है खुशियों की सौगात लेकर…

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शहर की ओर घूम आऊँ…

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… 'बड़े दिन की छुट्टी' है, शहर की ओर घूम आऊँ। ऊंचे-ऊंचे मकान है, लंबी सड़कें देख आऊँ। बड़े…

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बड़ा दिन आया है

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** 'बड़े दिन की छुट्टी' स्पर्धा  विशेष......... बड़ा दिन आया है, खुशियाँ संग लाया है। बड़े दिन की छुट्टी में, बच्चे हैं खुशी मनाते। मम्मी केक…

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तो ग़ज़ल होती है

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’ छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) ********************************************************************  दिल ये उम्मीद सजाए तो ग़ज़ल होती है, हौंसला टूट न पाए तो ग़ज़ल होती है। मुझसे मिलने जो तू आए तो…

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हिन्दी में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:प्रसार की लकीरें

डॉ. ओम विकास *************************************************************** २०वीं सदी में आर्थिक विकास का आधार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी रहा। नवाचार एवं आविष्कारोन्मुखी प्रवृत्ति से समाज विकसित और अविकसित वर्गों में बँटने लगे। २१वीं सदी…

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यौवन छल गया

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************* जिन्दगी दूर जा रही है। मौत करीब आ रही है। खून हो चुका है पानी, एवं मूर्छा छा रही है। आत्मशक्ति बची…

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‘आनन्द-कही अनकही’ उपन्यास में सभी विधा के तत्व विद्यमान-युगेश शर्मा

डॉ. अरविन्द जैन के उपन्यास पर हुई समीक्षात्मक संगोष्ठी.... भोपाल(मध्यप्रदेश)। मध्यप्रदेश तुलसी साहित्य अकादमी भोपाल के तत्वाधान में रचना पाठ और विमर्श के अंतरगत २७ दिसम्बर २०१९ को स्वराज्य भवन…

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प्रेम का अहसास

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* प्रेम का अहसास ही तो, संजीवनी का काम करता है। इसी अहसास से बंधे हैं रिश्ते, व जिंदगी का क्रम चलता है। प्रेम का…

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आम-बजट में राहत की उम्मीद

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* देश में बढ़ती महंगाई,बेरोजगारी,व्यापार की टूटती साँसें,आर्थिक सुस्ती एवं विकास की रफ्तार में लगातार आ रही गिरावट चिंता एवं चिन्तन का कारण है। जनता महंगाई एवं…

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अनुबंधों के सम्बन्धो में

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* अनुबंधों के सम्बन्धों में,जाने कहाँ सम्बंध खो गये, अपने,अपने नहीं रहे अब,जाने क्यों प्रतिबन्ध हो गये। सुख-दु:ख था जीवन में फिर भी,सुखमय सबको लगता था,…

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