वृक्षारोपण

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** वृक्षारोपण का नाम सुनते ही आज सूर्य की पहली किरण से ही नर्सरी में छोटे-छोटे पौधों के बीच हँसी-ठिठौली और खलबली मची हुई थी। फूलों के छोटे-छोटे पौधे आपस में अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे। एक पीला गुलाब का पौधा कह रहा था-“हम कितने खुश नसीब हैं कि हमें … Read more

सरस्वती वंदना

दीपेश पालीवाल ‘गूगल’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************** जय हो माँ शारदे माँ मेरी शारदे, हर ले मन के तिमिर को,मुझे ज्ञान दे…। कामना मेरी इतनी सी है मेरी माँ, सत्य को लिखकर सत्य पर चलता रहूँ। न मैं धन चाहूँ न और चाह भी नाम की, लेखनी हो मेरी राष्ट्र सम्मान की। जय हो माँ…॥ बन्ध … Read more

‘बदला’ रहस्यमय हत्या की शानदार गुत्थी

इदरीस खत्री इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************* ११८ मिनट की फिल्म ‘बदला’ में अदाकार अमिताभ बच्चन,तापसी पन्नू,अमृता सिंह,टोनी ल्यूक और मानव कौल हैं। निर्देशक सुजॉय घोष ने यह फ़िल्म स्पेनिश फ़िल्म ‘कांतरोतिएमो’ से उठाई है,जिसको अंग्रेजी में ‘इनविजिबल गेस्ट’ नाम से प्रदर्शित किया गया था,सिर्फ हिंदी फिल्म में लिंग बदलाव किए गए हैं। यह फ़िल्म रहस्यमय(सस्पेंस), मर्डर मिस्ट्री … Read more

आँचल

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’ पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड) ****************************************************************************** रिपुता का चलता नहीं, उस पर कोई दाँव। माँ जिसके सिर पर करे, नित आँचल की छाँव॥ हो आँचल की रोशनी, बिन बाती बिन तेल। कवि के उर से फूटती, नव रचना की बेल॥ माँ देना आँचल सदा, मिले सदा ही जीत। नई कलम से मैं लिखूं, नये-नवेले गीत॥ माँ … Read more

अर्थहीन पुरुषत्व धरा पर

कैलाश भावसार  बड़ौद (मध्यप्रदेश) ************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… अर्थहीन पुरुषत्व धरा पर,यदि साथ नहीं नारी है, नहीं अर्थ जग की माया का,भले संपदा सारी है। अर्धनारी ईश्वर बन शिव में,माँ गौरा ही समाई है, विष्णु प्रिया लक्ष्मी माता,समृद्धि लेकर आई है। शक्ति स्वरूपा ने जगदीश्वर,की सत्ता ही संवारी है, अर्थहीन पुरुषत्व…॥ धन्य तुम्हारा … Read more

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास और महत्व

 डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर साल ८ मार्च को मनाया जाता है। यह विशेष दिन अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही महिलाओं का सम्मान करने और उनकी उपलब्धियों का उत्सव मनाने का दिन है। सबसे पहले ये दिन अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर २८ फ़रवरी १९०९ को मनाया गया था। … Read more

नारी-भारत माँ की मूरत

शिवम् सिंह सिसौदियाअश्रु ग्वालियर(मध्यप्रदेश) ******************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी मैंने तो तुझमें भारत माँ की मूरत देखी थी, सरस्वती लक्ष्मी दुर्गा सीता की सूरत देखी थी। मैंने था तुझको प्रेम किया,था मैंने तुझको माँ माना, तुझको ही लक्ष्मीबाई,पद्मावती,धाय पन्ना जाना। तूने ही दाँत किये थे खट्टे,दुश्मन के-अँग्रेजों के, आज बनी मखमली फूल,बिस्तर युवकों … Read more

औरत

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… आसमां से जो उतर आई धरा पर, सूर्य की पहली किरण का तेज हो तुम। बादलों की गोद से जो बून्द सागर में गिरी, सीप से निकला हुआ मोती हो तुम॥ और जब बहारें झूम के आईं चमन में, गुल भी हो काँटा भी … Read more

नारी गाथा…

दृष्टि भानुशाली नवी मुंबई(महाराष्ट्र)  **************************************************************** मैं हूँ तो ये संसार है, स्त्री कहो,कांता या भामिनी। दर्प है मुझे इस बात का, कि हूँ मैं इस विश्व की नारी॥ आसान नहीं है रिश्ते निभाना, बीवी,बहू और बेटी के। ईश्वर का दर्जा मिला है मुझे, जननी के स्वरूप में॥ नीर की भाँति निर्मल हूँ, तो समझो न … Read more

मेरा सपना

सुश्री नमिता दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************** वंश चलाने की लालसा ने, मुझको ही दासता में जकड़ा। चूल्हे-चौके में उलझी मैं, सदा किया नर को बलवान। मैं भी जीना चाहती थी, भाई संग स्कूल भी जाना चाहती थी। बहुत सहा है अब ना सहूंगी, तोड़ दूंगी बेड़ियाँ बेटियों की। दिलाऊँगी उनको अपनी पहचान, मिला नहीं जिसे कभी … Read more