हाहाकार करें दुराचारी
बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** तीर चलाए अर्जुन,विजयश्री लिखते मुरारीऐसा चक्र चलाओ गिरधारी,हाहाकार करें दुराचारी…। धूर्त कपटी व्यूह रचते,सज्जनता को प्रतिपल छलतेविश्वास उठ रहा जन का मोहन से,फिर कर्ण मिल बैठा दुर्योधन…